जिप इलेक्ट्रिक की अगले दो माह में बेंगलुरु में 10,000 ई-स्कूटर तैनात करने की योजना
मुंबई,
इलेक्ट्रिक परिवहन क्षेत्र की स्टार्टअप जिप इलेक्ट्रिक ने अगले दो माह में बेंगलुरु में 10,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर तैनात करने की घोषणा की है। कंपनी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि उसके 2,000 ई-स्कूटर पहले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं।
कंपनी ने कहा कि शेष 8,000 ई-स्कूटर भी अगले दो माह में सड़कों पर दिखाई देंगे। यह कदम कंपनी की हाल में अपनी सेवाओं का देश के 30 शहरों में विस्तार करने की योजना का हिस्सा है। कंपनी का इरादा 2025 तक अपने बेड़े के आकार को दो लाख ई-स्कूटर करने का है।
इसी के साथ कंपनी ने कहा है कि उसने कर्नाटक की राजधानी में दो हजार डिलिवरी कर्मियों को जोड़ा है। अगले दो माह में उसकी योजना 5,000 और कर्मियों को जोड़ने की है। जिप ने कहा कि उसकी योजना अगले एक से डेढ़ साल में बेंगलुरु केंद्र मे 100 गोरोग्रो बैटरी अदला-बदली स्टेशन लगाने की भी है। इससे शहर में ईवी पारिस्थितिकी तंत्र को काफी बढ़ावा मिलेगा।
जिप इलेक्ट्रिक की सह-संस्थापक राशि अग्रवाल ने कहा, ‘‘हम बेंगलुरु में पहले ही 2,000 ई-स्कूटर तैनात कर चुके हैं। हमारा इरादा कंपनियों को टिकाऊ और आखिरी छोर तक डिलिवरी करने वाले समाधान मुहैया कराने का है।’’
सुजलॉन को जुनिपर ग्रीन एनर्जी से 69.3 मेगावॉट की पवन ऊर्जा परियोजना का ठेका मिला
नवीकरणीय ऊर्जा समाधान कंपनी सुजलॉन को जुनिपर ग्रीन एनर्जी से 69.3 मेगावॉट की पवन ऊर्जा परियोजना का ठेका मिला है। कंपनी के बयान में कहा कि यह परियोजना गुजरात के सुरेंद्र नगर जिले में स्थित है और इसके 2024 में चालू होने की उम्मीद है।
बयान के अनुसार, ‘‘सुजलॉन समूह ने आज जुनिपर ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड से 69.3 मेगावॉट पवन ऊर्जा परियोजना के विकास के लिए तीन मेगावॉट उत्पाद श्रृंखला का दूसरा ऑर्डर हासिल किया है।’’ हालांकि, कंपनी ने इस ठेके की राशि का खुलासा नहीं किया है।
सुजलॉन समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जे पी चलसानी ने कहा, ‘‘हमें जुनिपर ग्रीन एनर्जी से पहले ऑर्डर और तीन मेगावॉट श्रृंखला के दूसरे ऑर्डर की घोषणा करते हुए काफी खुशी हो रही है।’’ सुजलॉन हाइब्रिड लैटिस ट्यूबलर (एचएलटी) टावर के साथ 3.15 मेगावॉट की रेटेड क्षमता वाले 22 पवन टर्बाइन जनरेटर (डब्ल्यूटीजी) स्थापित करेगी।
करार के तहत सुजलॉन पवन टर्बाइन (उपकरणों की आपूर्ति) की आपूर्ति करेगी और परियोजना का निर्माण और उसे चालू करने का काम करेगी। परियोजना चालू होने के बाद सुजलॉन इसका रखरखाव भी करेगी।