बिजनौर में लखनऊ का सबसे बड़ा वेटलैंड, दुर्लभ पक्षियों को देखने का मिलेगा मौका
लखनऊ
बिजनौर में लखनऊ का सबसे बड़ा वेटलैण्ड विकसित होगा। इसे प्रकृति के अनुरूप बनाया जाएगा। इसके बनने पर आने वाले दिनों में शहर के लोगों को दुर्लभ पक्षियों को देखने का मौका मिलेगा। इसके विकास का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश जल निगम ने तैयर कराया है। इसके निर्माण पर करीब 51 करोड़ रुपए खर्च होगा। कुल 50 एकड़ में इस वेटलैण्ड का विकास होगा।
बंगलाबजार के आगे बिजनौर रोड पर इठुरिया पुलिया के निकट अशरफनगर,बिजनौर की करीब 50 एकड़ की झील है। पहले इस पर कब्जे हो रहे थे। प्रशासन ने अभियान चलाकर इससे कब्जा हटवाया था। अब इस झील को वेटलैण्ड के रूप में विकसित करने की तैयारी है। जल निगम ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। इसे तीन फेज में विकसित किया जाएगा। पहले फेज में 18.16 करोड़, दूसरे में 21.10 करोड़ और तीसरे फेज में 11.79 करोड़ रुपए खर्च होगा।
टावर से देख सकेंगे पक्षी
इस वेटलैण्ड को ऐसा बनाया जाएगा, ताकि लोग आने वाले पक्षियों को आराम से देख सकें। इसके वाच टावर बनेगा, साथ ही किनारे टहलने के लिए पाथवे होंगे। पेड़ पौधे लगाकर बाहर का नजारा जंगल जैसा होगा और वेटलैण्ड में पानी होगा। मछलियां भी रहेंगी। पक्षियों के लिए प्राकृतिक चारे का इंतजाम भी रहेगा। इसमें घास फूस,मछलियां चारे में रूप में उपलब्ध रहेंगी। अप्रवासी पक्षियों से लेकर अन्य तमाम प्रजाति के पक्षी यहां देखने को मिलेंगे। लोग इसमें वीडियो व फोटाग्राफी कर सकेंगे।
पांच एमएलडी का लगेगा एसटीपी
इस वेटलैण्ड में गंदा पानी नहीं जा पाएगा। आस पास के नाले का जो भी पानी इसमें आएगा वह ट्रीटमेंट के बाद ही अन्दर जा पाएगा। पानी साफ करने के लिए यहां पांच एमएलडी का नया एसटीपी भी बनाया जाएगा। एसटीपी से पानी साफ होने के बाद उसे वेटलैण्ड में भेजा जाएगा।
सीजी सिटी में भी बन रहा वेटलैण्ड
एलडीए सीजी सिटी में भी वेटलैण्ड बना रहा है। एलडीए के वेटलैण्ट का काम तेजी से चल रहा है। यह वेटलैण्ड बिजनौर रोड की तुलना में छोटा है। यह लगभग 30 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। यहां पिकनिक स्पाट भी विकसित किया जा रहा है।