छत्तीसगढराज्य

पित्त की पथरी के इलाज के लिए आप आजमा सकते हैं कुछ आसान घरेलू उपाय

किडनी की पथरी की तरह पित्ताशय की थैली यानी पित्त में पथरी बनना भी एक आम समस्या है। पित्ताशय की थैली में पथरी का तब तक पता नहीं चलता जब तक कि वे गंभीर दर्द का कारण न बन जाएं। पित्त की पथरी छोटी और कठोर हती हैं। यह तब बनती हैं, जब पित्ताशय में में कोलेस्ट्रॉल और बाइल साल्ट की मात्रा अधिक हो जाती है। पथरियों का आकार अनाज के दाने से लेकर टेनिस बॉल जितना बड़ा हो सकता है।

पित्त की थैली में पथरी बनने पर आपको कई लक्षण महसूस हो सकते हैं, जिनमें पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में अचानक और तेज दर्द होना, पेट के बीच में दर्द होना, कंधे के पास पीठ में दर्द, दाहिने कंधे में दर्द, मतली या उलटी महसूस होना।

पित्त पथरी का इलाज क्या है? अगर पथरी छोटी है, तो यह अपने आप बाहर निकल सकती है। यह पित्त नली के जरिए आंतों से होकर थैली से बाहर निकल सकती है।यह पित्त नली में भी फंस सकती है, जिससे समस्या गंभीर हो सकती है। इसके लिए मेडिकल इलाज, दवाएं और सर्जरी उपलब्ध हैं लेकिन आप कुछ घरेलू उपायों के जरिए भी इससे राहत पा सकते हैं।

पित्त की पथरी का इलाज है हल्दी
एक शोध के अनुसार, हल्दी को एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। हल्दी के सेवन से पित्त की घुलनशीलता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। हेल्दी एंड फिट रहने और पित्त की पथरी को दूर रखने के लिए हर दिन हल्दी में शहद मिलाकर खाएं।

पित्त की पथरी का सस्ता इलाज है नींबू
नींबू का रस विटामिन सी का एक बढ़िया स्रोत है। विटामिन सी भरपूर चीजों के सेवन से पित्त पथरी को बनने से रोका जा सकता है। इसके लिए आपको रोजाना नींबू का पानी पीना चाहिए। आप सुबह उठकर सबसे पहले नींबू का पानी पी सकते हैं। अच्छे रिजल्ट के लिए दिन भर खूब पानी पिएं।

क्रैनबेरी का जूस
रोजाना एक गिलास क्रैनबेरी जूस पीने से आपको पित्त की पथरी में आराम मिल सकता है। शरीर के स्वस्थ कामकाज को बनाए रखने के लिए हर दिन इस जूस का सेवन करें। क्रैनबेरी जूस में मौजूद फाइबर शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल पित्त पथरी बनने से रोकता है।

नारियल का तेल
यदि आप पित्ताशय की थैली से पीड़ित हैं, तो यह उपाय आपके लिए एकदम सही है। नारियल के तेल में मौजूद फैट को लिवर आसानी से पचा लेता है। 3 बड़े चम्मच नारियल का तेल, 1/4 गिलास सेब का रस, आधा नींबू का रस, एक लहसुन लौंग और एक अदरक के टुकड़े को मिक्स कर लें और इस मिश्रण को रोजाना लें।

ग्रीन टी है पित्त का पथरी का असरदार घरेलू उपाय
इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आपके शरीर को ऊर्जा देते हैं और सूजन को कम करते हैं। वे पित्त पथरी को रोकने में भी सक्षम हो सकते हैं। अच्छे रिजल्ट के लिए आपको दिन में कम से कम तीन कप ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।

सिंहपर्णी की जड़
सिंहपर्णी एक एक ऐसा औषधीय पौधा है, जो पित्ताशय की पथरी के लिए एक बढ़िया प्राकृतिक उपचार है। एक अध्ययन के अनुसार, सिंहपर्णी की पत्तियां पित्त के उत्सर्जन और वसा के चयापचय में मदद करती हैं। इस जड़ी बूटी का सेवन करने से पित्ताशय की थैली को उत्तेजित करने में भी मदद मिल सकती है। इसके लिए आपकी इसकी हर्बल चाय बनाकर पी सकते हैं।

चुकंदर का रस बाहर निकालेगा पित्त की पथरी
फाइबर, कैरोटेनॉयड्स और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर, चुकंदर का रस रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि कोलेस्ट्रॉल पित्त पथरी नहीं बन सकता। यह लिवर के कामकाज में भी सुधार करता है। पित्त की पथरी में आराम के लिए रोजाना एक कप चुकंदर का रस पिएं।

मूली का रस
हालांकि यह कई लोगों की पसंदीदा सब्जी नहीं है, लेकिन यह पित्त पथरी के लिए एक और अच्छा घरेलू उपाय है। एनसीबीआई पर छपे एक अध्ययन के अनुसार, मूली कोलेस्ट्रॉल और पित्त पथरी के इलाज में मदद कर सकती है। बड़ी पित्त पथरी के लिए पूरे दिन में पांच से छह बड़े चम्मच तक मूली का रस पिएं। छोटी पथरी के लिए दिन में एक या दो चम्मच पर्याप्त है।

Pradesh 24 News
       
   

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button