योगी ने रामचरित मानस के दोहे से इशारों में समझाया अतीक का अंजाम
प्रयागराज
प्रयागराज में अतीत बन चुके माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद पहली बार योगी आदित्यनाथ मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने यहां अतीक अहमद हत्याकांड को लेकर इशारों में अपनी बात कही। उन्होंने तुलसीदास की लिखी चौपाई का जिक्र किया और कहा कि कुछ लोगों ने प्रयागराज को अत्याचार का शिकार बना दिया था। प्रकृति ने ऐसे लोगों का हिसाब बराबर कर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रकृति न तो किसी पर अत्याचार करती है और न किसी का अत्याचार स्वीकार करती है।
योगी ने अपने भाषण की शुरुआत तुलसीदास की लिखी चौपाई से की। उन्होंने कहा, 'करम प्रधान विश्व रचि राखा। जो जस करइ सो तस फल चाखा। जो जैसा कर्म करेगा उसको उन्हीं कर्मों के अनुसार फल भी भोगना पड़ेगा। यही संसार का विधान है।' योगी ने कहा कि जिस प्रयागराज में लोग आध्यात्मिक पिपासा के लिए आते हैं, जिसने हजारों सालों से मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया हो। कुंभ हो या माघ मेला। करोड़ों-करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज आकर संगम में डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य करता है। जहां अन्याय से पीड़ित जनता न्याय पाने की अभिलाषा से आती है, कुछ लोगों ने उस प्रयागराज की धरती को अन्याय और अत्याचार का शिकार बना दिया था। पापाचार का शिकार बना दिया था लेकिन ये प्रकृति न किसी पर अत्याचार करती है और न किसी के अत्याचार को स्वीकार ही करती है। यह सबका हिसाब बराबर करके रख देती है।
प्रयागराज में योगी की जनसभा
योगी ने कहा कि प्रयागराज की धरती कभी सात्विक प्रवृत्ति के लोगों को निराश नहीं करती है। उन्होंने यहां नगर निकाय चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों के लिए लोगों से समर्थन मांगा। उन्होंने प्रदेश और केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। बीजेपी का मतलब सबका साथ सबका विकास है। सबका विश्वास भी है। परिणाम लाने के लिए सबका प्रयास भी है। सभी लोग मिलकर जब काम कर रहे हैं।
'जो तुष्टीकरण को प्रोत्साहित करते थे, वही भेदभाव करते थे'
योगी ने कहा कि हमने कब जाति, धर्म-मजहब के आदार पर किसी के साथ भेदभाव किया। हमने तो तुष्टीकरण को कभी प्रोत्साहित नहीं किया। जो तुष्टीकरण को प्रोत्साहित करते थे, वही भेदभाव करते थे वही विभाजन भी करते थे। हमने तुष्टीकरण पर नहीं सशक्तीकरण पर काम किया है। सबका सम्मान और सबका विकास के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का काम किया। प्रदेश परिवारवादी, जातिवादी मानसिकता से उबरकर राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहा है।
'अब यूपी में कर्फ्यू नहीं, दंगा नहीं'
योगी ने कहा कि 2017 के पहले के यूपी को भी देखा है। यह वही यूपी है जहां पर्व और त्योहार पर आतंक के साए में व्यक्ति कांपता था। लोगों को लगता था पता नहीं क्या हो जाएगा। अब पर्व और त्योहार आते हैं और लोगों के घर में खुशहाली आती है। अब यूपी में कर्फ्यू नहीं, दंगा नहीं। आज तो उत्तर प्रदेश में सब ओर चंगा ही चंगा है। इसलिए है क्योंकि सरकार की कार्रवाई जीरो टॉलरेंस की है। पहले जो लोग आतंक के बल पर जमीने कब्जा करते थे, रंगदारी वसूलते थे आज गले में तख्ती लटकाकर जाने के लिए मजबूर हुए हैं।
योगी जी आएंगे फिर से… डर खत्म है, सभा में मौजूद महिलाएं बोलीं
जहां अतीक अहमद का आतंक था, वहां के लोग कैसा फील कर रहे हैं? जब इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश की गई तो रैली में पहुंची एक महिला ने कहा, 'योगी जी आएंगे फिर से… डर खत्म है। महिलाएं आराम से बाहर निकल रही हैं। अब अमन चैन है। रामराज्य आ गया है। अतीक का अंत हो गया है।' एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि अब सही मायने में हमारा क्षेत्र स्वतंत्र हुआ है शहर पश्चिमी। इसके बाद लोग जय श्री राम के नारे लगाने लगे। प्रयाग के एक और शख्स ने कहा कि अतीक का आतंक तो था ही, योगी बाबा की वजह से निजात मिली है।