15 नवंबर को यमुनोत्री, 14 को गंगोत्री, के कपाट होंगे बंद, बदरीनाथ पर फैसला दशहरे के बाद
देहरादून
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2023) इस समय पूरे चरम पर है. जहां हर रोज एक नया रिकॉर्ड बन रहा है. मानसून खत्म होने के बाद एक बार फिर से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है तो वहीं अब चारधाम यात्रा में चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथि की एक-एक कर घोषणा शुरू हो गई है. 15 नवंबर को भैया दूज के दिन यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) और केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट आगामी 6 महीने के लिए बंद हो जाएंगे. जबकि गंगोत्री धाम के कपाट एक दिन पहले 14 नवंबर को बंद हो जाएंगे.
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति शीतकालीन प्रवास श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी. विजय दशमी को ही द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट बंद होने की तिथि श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दी स्थल मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में तय होगी. साथ ही श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजय दशमी मंगलवार 24 अक्टूबर को बदरीनाथ धाम में तय की जाएगी.
धार्मिक समारोह आयोजित किया जाएगा
कपाट बंद होने की तिथि घोषित करने के लिए श्री बद्रीनाथ मंदिर परिसर में धार्मिक समारोह आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम के मुताबिक, श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय की मौजूदगी में रावल और धर्माधिकारी पंचांग गणना के बाद कपाट बंद होने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की जाएगी. इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहेंगे.
ई बार यात्रा को रोकना पड़ा
बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि बद्रीनाथ धाम में कपाट बंद होने की तिथि तय करने के कार्यक्रम समारोह में यात्रा वर्ष 2024 के लिए मंदिर भंडार की जिम्मेदारी के तहत मंदिर समिति द्वारा हकहकूक धारियों को पगड़ी भेंट की जाएगी. इस बार चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. हालांकि मानसून में हुई बारिश के चलते कई बार यात्रा को रोकना भी पड़ा था.
श्री केदारनाथ धाम के कपाट परंपरागत रूप से भैया दूज बुधवार 15 नवंबर को विधि-विधान से बंद होंगे। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति शीतकालीन प्रवास श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
दशहरा में द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट बंद होने की तारीख श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तारीख शीतकालीन गद्दी स्थल मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में तय होगी।
श्री गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल को 14 नवंबर अन्नकूट के अवसर पर पूर्वाह्न 11.45 बजे बंद हो जाएंगे। श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज 15 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद होंगे। आपको बता दें कि मानसून में चार धाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की संख्या कुछ कम हो गई थी, लेकिन बारिश बंद होने के बाद चार धाम यात्रा ने गति पकड़ी।
चार धाम यात्रा रूट पर बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट
केदारनाथ, बदरीनाथ समेत चार धाम रूट पर मौसम विभाग का बहुत बड़ा अपडेट सामने आया है। आईएमडी की ओर से उत्तराखंड मौमस पूर्वानुमान में बारिश और ओलावृष्टि पर अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में अब तीर्थ यात्रियों से अपील की जाती है कि यात्रा रूट पर जाने से पहले मौसम अपडेट जरूर ले लें। इसी के साथ ही यात्रा के दौरान सतर्क रहें।
हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकालीन के लिए हो चुके बंद
उत्तराखंड में स्थित सिखों पवित्र धाम, हेमकुंड साहिब के कपाट आज 11 अक्तूबर बुधवार दोपहर को शीतकालीन के लिए बंद कर दिए हैं। शीतकालीन के लिए कपाट बंद होने के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु और गुरुद्वार कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।