डब्लू.डब्लू.एफ. के विशेषज्ञों ने जनजातीय शिक्षकों को दिया ग्रीन-कैंपस का प्रशिक्षण
विश्व पर्यावरण दिवस पर हुआ दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यक्रम
विद्यालय एवं आवास परिसर में किया पौध-रोपण
भोपाल
विश्व पर्यावरण दिवस पर जनजातीय कार्य विभाग द्वारा 'ग्रीन-कैंपस' अभियान पर केन्द्रित दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यक्रम हुआ। इसमें प्रदेश के 20 जनजातीय जिलों के शिक्षकों को डब्लू.डब्लू.एफ. इंडिया ने पर्यावरण से जुड़े नवाचार एवं गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया। दूसरे दिन सभी ने विद्यालय एवं अपने आवास परिसर में पौध-रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
सतपुड़ा भवन में डब्लू.डब्लू.एफ. की मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्य संचालक संगीता सक्सेना ने वर्चुअली शिक्षकों से पी.पी.टी. और लघु फिल्मों से संवाद किया। उन्होंने पर्यावरण के प्रति जनजातीय विद्यार्थियों की संवेदनशीलता को सही दिशा देने और उनमें पर्यावरण के प्रति वैज्ञानिक जागरूकता विकसित करने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि अगर हम इस तरह ही प्लास्टिक का अंधाधुंध उपयोग करते रहे तो आने वाले दशकों में पर्यावरण एवं जीव-जंतुओं पर दुष्प्रभाव पड़ेगा और उसके परिणाम भयावह होंगे। इस वर्ष पर्यावरण दिवस की थीम "वैश्विक स्तर पर वन्य-जीवों और पर्यावरण पर प्लास्टिक प्रदूषण के विपरीत प्रभाव'' पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया।
अभियान में विभाग के सभी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, सी.एम. राइज विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर एवं आदर्श आवासीय विद्यालयों के शिक्षकों ने सहभागिता की। डब्लू.डब्लू.एफ. इंडिया के मप्र-छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारी अजय मिश्रा भी उपस्थित रहे।