इंदौर में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने का बना विश्व रिकॉर्ड
एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने के कार्यक्रम में लगाये पौधें
- ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत इंदौर में आज एक दिन में 11 लाख पौधे लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान अब एक जनआंदोलन बन चुका है।
- आज देशवासी ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान से जुड़, पौधे लगाकर अपनी माँ और धरती माता को प्रणाम कर रहे हैं।
- पूरे देश में स्वच्छता, सुशासन, सहयोग और सहभागिता के लिए प्रसिद्ध इंदौर आज से ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के लिए भी जाना जाएगा।
- पौधों के बड़े होने तक उसकी बच्चे की तरह देखभाल करो, बाद में बड़ा होने पर वह आपकी माँ की तरह आपकी चिंता करेगा।
- गृह मंत्री ने 5 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य समय से पहले ही पूरा करने के लिए सभी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की प्रशंसा की।
- अब तक सभी CAPFs ने 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाए हैं और इस वर्ष के अंत तक 1 करोड़ पौधे और लगाए जाएँगे।
- मोदी जी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं, उनके नेतृत्व में देश और अधिक सुरक्षित, समृद्ध, आधुनिक बनेगा और पूरे विश्व में भारत हर क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा।
इंदौर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी ने आज मध्य प्रदेश के इंदौर में BSF परिसर में पौधा लगाकर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत एक दिन में 11 लाख वृक्षरोपण कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की जनता से एक पेड़ मां के नाम अभियान से जुड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान की शुरूआथ की थी तो किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह अभियान एक नारा न रहकर एक आंदोलन बन जाएगा। उन्होंने कहा कि आज देशभर में हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक वृक्ष लगाकर अपनी मां और धरती माता को प्रणाम करने का काम कर रहा है। श्री शाह ने कहा कि इंदौर को पूरे देश में स्वच्छता, स्वाद, सुशासन, सहयोग और सहभागिता के लिए जाना जाता है लेकिन आज से इंदौर को एक पेड़ मां के नाम वृक्षारोपण अभियान के लिए भी देशभर में जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि इंदौर एक स्मार्ट सिटी, मेट्रो सिटी, क्लीन सिटी, मॉडर्न एजुकेशन का हब तो था ही, अब इंदौर ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाएगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल सरकार का नहीं है क्योंकि प्रशासन सिर्फ सुविधा उपलब्ध करा सकता है लेकिन किसी अभियान को सफल नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पूरे इंदौर की जनता को इस अभियान के साथ जोड़ा है। उन्होंने कहा कि यहां के युवा महापौर ने हर जाति और समाज को इस कार्यक्रम के साथ जोड़कर उनके महापुरुषों के नाम से अलग-अलग वन बनाने की शुरुआत की है। श्री शाह जी ने कहा कि बरगद, नीम, पीपल जैसे लंबी आयु वाले वृक्षों के साथ साथ अमरुद, मधुकामिनी, करौंदा, बेलपत्र, सीताफल और आंवला जैसे औषधीय गुणों वाले वृक्षों को भी लगाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि इस परिसर में जहां 09 वन बनेंगे, वहीं पर तीन तालाब बनाकर उनकी सिंचाई की व्यवस्था भी की गई है।
श्री अमित शाह जी ने देश के सभी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमने एक लक्ष्य रखा था कि मई, 2025 तक सभी CAPFs मिलकर 5 करोड़ वृक्ष लगाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी CAPFs ने मिलकर 5 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य एक साल पहले ही प्राप्त कर लिया। श्री शाह ने कहा कि अब तक सभी CAPFs ने 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाए हैं और इस वर्ष के अंत तक 1 करोड़ और पौधे लगाकर कुल 6 करोड़ पौधे लगाने का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वृक्ष के महत्व के बारे में मत्स्य पुराण में लिखा गया है कि 10 कुंओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर एक पुत्र और 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए आगे देखने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दुनिया में विकास हो रहा है, आज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण के प्रति चिंता का माहौल है। उन्होंने कहा कि कार्बन डाइऑक्साइड और मोनोऑक्साइड से ओजोन की सतह में छिद्र हो रहे हैं जिनसे इसका स्तर कम हो रहा है और पृथ्वी पर गर्मी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा शुरू किया गया ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान जलवायु परिवर्तन की समस्या का सटीक जवाब है। श्री शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 31 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर है और ये पूरे भारत को आक्सीजन देने का काम करता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश के कुल फॉरेस्ट कवर का 12% मध्य प्रदेश में है और इसके कारण यहां इससे संबंधित कई प्रकार की पर्यटन गतिविधियों में भी बढ़ावा हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व, 11 नेशनल पार्क, 24 अभ्यारण्य हैं और प्रधानमंत्री मोदी जी अब कूनो टाइगर रिज़र्व में चीते भी ले आए हैं जिससे हमारे पर्यावरण को फायदा होगा। श्री शाह जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने G-20 में वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर और ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस जैसी कई पहल कीं जिसके चलते संयुक्त राष्ट्र ने मोदी जी को चैंपियन ऑफ अर्थ के पुरस्कार से सम्मानित करने का काम किया।
श्री अमित शाह जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर के अनेक इनीशिएटिव लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल में 20% एथेनॉल ब्लैंडिंग को परमिशन दी गई है और 2025 तक पूरे भारत में पेट्रोल और डीजल में 20% की ब्लें डिंग हो जाएगी। इसके साथ ही बायोमास को बायोफ्यूल बनाने के लिए 12 से ज्यादा रिफाइनरी स्थापित की गई हैं, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत 20000 करोड़ रूपए का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसके साथ ही श्री नरेंद्र मोदी जी ने दूरदर्शिता के साथ पर्यावरण की सुरक्षा के लिए गोवर्धन स्कीम और नेशनल एडैप्टेशन फंड फॉर क्लाइमेट चेंज की भी शुरूआत की है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं और हम सब जानते हैं कि उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित, समृद्ध, आधुनिक और पूरे विश्व में हर क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि इसका एक बहुत बड़ा श्रेय मध्य प्रदेश को भी जाता है। श्री शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश की श्री मोहन यादव जी की सरकार ने राज्य में कई सारे विकास कार्यक्रमों की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हाल ही में 3 लाख 65 हज़ार करोड़ रूपए का बजट पेश किया है, जो मध्य प्रदेश का अबतक का सबसे बड़ा बजट है औऱ जिससे विकास और किसान के बीच संतुलन आएगा।