बिलासपुर
छत्तीसगढ़ में महिलाएं महिलाओं से संबंधित कानून के प्रति जागरुक नहीं है, वे इस कानून के बारे में पूरी जानकारी से अभी तक वाकिफ नहीं हुए है। जो आंकड़े सामने आए है उससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं है। शुक्रवार को स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता लेने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने यह जानकारी पत्रकारों को दी।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा शुक्रवार को बिलासपुर पहुंची। न्यू सर्किट हाउस मुंगेली नाका में श्रीमती शर्मा पत्रकारों से रूबरू हुई। रेखा शर्मा ने बताया कि यह उनका पहला बिलासपुर दौरा है, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष होने के नाते उनके पास सर्वाधिक शिकायत दिल्ली और उत्तर प्रदेश से आती हैं। ऐसा शायद इसलिए होता है क्योंकि उनका कार्यक्षेत्र इन दोनों राज्यों से सटा हुआ है। वहीं उन्होंने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में आनुपातिक रूप से महिलाएं अधिक प्रताड़ित है लेकिन उनमें अपने अधिकारों को लेकर जागरूकता की कमी है, इसी कारण शिकायत दर्ज कराने में भी वो पीछे हैं। श्रीमती शर्मा ने पिछले दिनों रायपुर में नाबालिक का बाल पकड़कर सड़क पर उसे लहूलुहान हालत में घसीटे जाने का भी जिक्र किया। इसे उन्होंने राज्य सरकार की नाकामी करार दिया। उन्होंने इसके लिए पुलिस के साथ आम लोगों की जागरूकता पर भी सवाल खड़े किए। श्रीमती शर्मा ने कहा कि ऐसी घटना के दौरान लोग संवेदनहीन होकर वीडियो बना रहे थे जबकि उन्हें युवती की मदद करनी चाहिए थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि एनसीआरबी के आंकड़ों में भी छत्तीसगढ़ की स्थिति ठीक नहीं है। यहां सरकारी योजनाओं में टारगेट बनाकर आदिवासियों का विवाह मुस्लिम से कराया जा रहा है। इसे उन्होंने लव जिहाद करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसी अपना टारगेट पूरा करने बिना जांच के ही आदिवासी बेटी का विवाह मुस्लिम युवक से करा रही हैं। जिससे दोनों ही परिवार परेशान है। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार की नाकामी के चलते 16 लाख प्रधानमंत्री आवास नहीं बन पा रहे हैं। आवास नहीं बनने का सबसे बड़ा खामियाजा महिलाओं को ही उठाना पड़ता है। सर पर पक्की छत न होने से सबसे अधिक महिलाएं ही प्रताड़ित होती है। पत्रकारवार्ता के दौरान कुछ पत्रकार साथियों के द्वारा पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे प्रेरित होकर सवाल पूछ रहे है यह सवालों से झलकता है।