बिजनौर में फर्जी लूट व सामूहिक दुष्कर्म के फर्जी मामले में महिला व उसका प्रेमी गिरफ्तार
बिजनौर
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में यहां एक शिकायतकर्ता को खुद की लूट और सामूहिक दुष्कर्म का मामला रचने के आरोप में महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान पुष्पेन्द्र और अलका के रूप में हुई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने बताया कि, बिजनौर के नगीना देहात थाना इलाके के रायपुर सादात गांव में अज्ञात बदमाशों ने पड़ोसी की छत रास्ते घर में दाखिल होकर एक महिला के साथ सामुहिक दुष्कर्म और लूट सूचना मिली थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू की।
अलका ने दावा किया कि पांच लोग घर में घुसे और उसे को बांध दिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि लुटेरों ने शराब पी और उसको सिगरेट से जलाया। उसने बताया कि इसके अलावा,वे सोने के आभूषण, 2 किलो चांदी के सामान, 1.5 लाख रुपये नकद, एक स्कूटर और घर में लगा एक एलईडी टीवी भी ले गए।
एसएसपी ने कहा कि महिला के पति द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी की जांच की। “जिस वक्त अलका ने घटना होने का दावा किया था, उस वक्त कोई भी व्यक्ति जाते या आते नहीं देखे जा सकते थे। पीड़िता से यह भी पूछा गया कि क्या उसकी कोई दुश्मनी थी या नहीं और यह भी कि क्या उसने ऋण लिया था, जिससे उसने पहले इनकार किया और फिर सर्विलेंस की मदद से जांच के बाद उसके झूठ का पदार्फाश हुआ।”
एसएसपी ने बताया कि अलका और पुष्पेन्द्र करीब 12 साल से संबंध थे। पुष्पेन्द्र ने कर्ज लिया था और उसे चुकाने के लिए उसने अलका से इस योजना पर चर्चा की। उसने अलका के साथ मिलकर लूट और सामूहिक दुष्कर्म का मंचन किया। एसएसपी ने कहा कि जांच के दौरान यह भी पता चला कि महिला ने शरीर पर जलाने के निशान भी पुष्पेन्द्र के साथ मिलकर बनाया और बाद में घर में रखे सोने के आभूषण, नकदी ,एक एलईडी टीवी और एक स्कूटी को उसके सुपुर्द कर दिया था।
एसएसपी ने कहा कि आरोपी पुष्पेन्द्र कब्जे से चुराया गया माल बरामद किया गया है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में यह बताया कि 19 अक्टूबर को भी हुई चोरी में भी महिला द्वारा 80 हजार रुपये नकद उसके सुपुर्द किए थे। अब उनके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।