रायपुर
चुनावी समर में शब्दभेदी बाण जमकर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस ने चार वादे किए। इससे भाजपा की बोलती बंद हो गई है। कर्ज माफी की घोषणा को लेकर मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कोरोना काल के कारण किसानों के हित में कर्ज माफी का फैसला लिया गया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की भाजपा सरकार आने पर गरीबों को आवास देने की घोषणा पर मुख्यमंत्री ने प्रश्न उठाया है कि रमन सिंह किस आधार पर आवास देगे, क्योंकि भारत सरकार ने न तो कोई आर्थिक सर्वेक्षण कराया है और न ही जनगणना कराई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने कर्ज माफी, 20 क्विंटल धान खरीदी, जातिगत जनगणना और 17.50 लाख गरीबों को आवास देने का वादा किया है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वह विपक्ष में बैठने की मानसिकता लेकर बैठने को तैयार हैं। उन्होंने चुटकी ली कि 13 विधायकों का आंकड़ा भी मेंटेन कर पाएंगे या नहीं या उससे भी नीचे जाएंगे। बालोद की चुनावी सभा मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. रमन सिंह ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ की जनता को झूठे दावों में भुलाए रखा और अदाणी को राज्य की खनिज संपदा और खदानों को सौंप दिया। आज भी चुनाव भाजपा नहीं बल्कि डा. रमन सिंह लड़ रहे है और रमन सिंह अदाणी के इशारों पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए सवाल पूछा कि आम जनता को मिलने वाली सौगातों को भाजपाई रेवड़ी कहते है तो फिर अदाणी को जो दिया जा रहा है क्या वो रबड़ी है?
खोखले दावों-वादों से कुछ नहीं होता-रमन
पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार कर कहा कि कि ऐसे खोखले दावों-वादों से कुछ नहीं होता है, प्रदेश में चुनाव का बिगुल बज चुका है और जनता कांग्रेस से हिसाब करने के लिए तैयार है । पांच दिसंबर को तय हो जाएगा कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार और भाजपा के सुशासन में किसकी जीत होती है। भूपेश पूछ रहे हैं हम किस आधार पर आवास देने की बात कर रहे हैं तो मैं उन्हें बता दूं कि गऱीबों को उनका अधिकार दिलाने के लिए आंकड़ों की नहीं सच्ची नीयत की जरूरत होती है। बाकी जहां तक आवास का प्रश्न है तो मैं भूपेश को याद दिलाना चाहता हूं कि यह वही 16 लाख आवास हैं , जिसे आपकी सरकार ने गरीबों से छीन लिया था और भाजपा की सरकार बनते ही हम हर जरूरतमंद को पक्की छत देंगे।