बागेश्वर बाबा के सहारे बिहार फतह करने की तैयारी में बीजेपी? आरजेडी को क्यों लग रहा ऐसा
पटना
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पटना में पांच दिन हुई हनुमंत कथा के दौरान जमकर सियासी घमासान छिड़ा। बागेश्वर बाबा ने भी पटना के तरेत पाली मठ में कथा के दौरान हिंदू राष्ट्र को लेकर बड़ा बयान दे दिया, जिसके बाद बीजेपी और आरजेडी आमने-सामने हो गई। अब आरजेडी को लग रहा है कि बीजेपी बागेश्वर बाबा के सहारे 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार फतह करने की तैयारी कर रही है। आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने यह दावा किया है। बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री की आने वाले महीनों में गया समेत अन्य शहरों में भी कथा होने वाली है।
आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बुधवार को कहा कि बीजेपी धीरेंद्र शास्त्री को आगे रखककर बिहार फतह करने की दिशा में पूरी तैयारी के साथ उतर चुकी है। उन्होंने बागेश्वर बाबा के बयानों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के अनु्सार बिहार के 10-12 करोड़ में से 5 करोड़ लोग ही घर के बाहर धार्मिक झंडा लगाएं और माथे पर तिलक लगा लें तो रामराज्य आ जाएगा। बाबा के इतना कहते ही लाखों हाथ उठ गए। बाबा का कहना है कि हमारा संकल्प पूरा हो गया।
शिवानंद तिवारी ने बताया कि बिहार में अपना दिव्य दरबार लगाने और पर्ची निकालने का मकसद क्या है, यह बागेश्वर बाबा ने जाहिर कर दिया। कल्पना कीजिए अगर 5 करोड़ नहीं तो एक करोड़ या पचास लाख लोग भी माथे पर तिलक लगाना और घरों पर धार्मिक झंडा फहराना शुरू कर देंगे, तो बिहार कैसा दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि इस युवा बाबा के सामने हाथ जोड़े बीजेपी के नेताओं की जो कतार लगी है, उसके पीछे की वजह यही है।
बागेश्वर बाबा के दौरे पर हुई राजनीति
बागेश्वर बाबा के 13 से 17 मई तक चले बिहार प्रवास के दौरान राज्य के सियासी गलियारों में जमकर बयानबाजी हुई। आरजेडी समेत महागठबंधन के नेताओं ने धीरेंद्र शास्त्री पर हिंदू-मुस्लिम को भड़काने और धोखाधड़ी जैसे आरोप लगाए। वहीं, बीजेपी शुरुआत से बाबा का समर्थन करते हुए नीतीश सरकार पर हमला बोल रही थी। धीरेंद्र शास्त्री बुधवार शाम पटना में हनुमंत कथा के समापन के बाद वापस बागेश्वर धाम चले गए। मगर बिहार के सियासी गलियारे में चर्चा के लिए एक नया मुद्दा छोड़कर गए हैं।