रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मध्यप्रदेश प्रवास पर हैं। रवाना होने से पहले उन्होंने झीरम मामले की जांच को लेकर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, एनआईए ने जिंदा बचकर आए लोगों से पूछताछ नही की, एनआईए से हम लोगों ने कहा था कि, जो जांच की है, उसे सरकार को सौंप दें, लेकिन यह लोग सुप्रीम कोर्ट चले गए, आखिर बीजेपी को किस बात का डर सता रहा है। अगर एनआईए की जांच में कुछ नहीं निकला है तो उसकी कापी हमको दें, झीरम घटना की फाइलों को राजभवन में क्यों दे दिया गया। साथ ही कहा कि, छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ है। यानी भाजपा कुछ न कुछ छुपाने में लगी हुई है।
सीएम बघेल ने भाजपा पर तंस कसते हुए कहा कि, तेलंगाना में पकड़ाए नक्सलियों से एनआईए ने क्यों पूछताछ नहीं की? इस मामले की जांच करने वाले जज का ट्रांसफर क्यों करा दिया गया, इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि, भारतीय जनता पार्टी कुछ तो ऐसा है, जो छुपाना चाहती है। इस मसले को लेकर भाजपा बार- बार उटपटांग बयान दे रहे है। ऐसे निर्लज्ज लोग हैं, जिन्हें शर्म भी नहीं आती। झीरम हमले के वक्त इतने लोगों की जान चली गई और यह राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे।
संसद भवन के लोकार्पण पर सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए केवल इतना ही कहा कि वे इस मुद्दे पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान पर उनके साथ हैं। दो हजार के नोट के परिचालन को बंद किये जाने पर भूपेश बघेल ने कहा कि 2000 के नोटो के लिए फिर से लाइन लगनी शुरू हो गई है। केन्द्र सरकार को लोगों को बस बैंको में लाइन लगवाने में मजा आता है। जरूरत नहीं थी तो दो हजार के नोटों की शुरूआत ही क्यों की और जब यह चलन में आ गया तो बंद किये जाने की घोषणा कर दी गई। नेता बताएं की इस
तरह से नोट बंद करने से क्या फायदा हुआ?
रायगढ़ आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के बयान पर भूपेश बघेल ने कहा कि यह शासकीय कार्यक्रम है और इसके लिए सभी को निमंत्रण भेजा जाएगा। अरुण साव चाहते हैं कि अतिरिक्त कार्ड भेजा जाए तो हम उनको अतिरिक्त कार्ड भी भेज देंगे।