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26/11 के हमलों में जहां आतंकियों ने बरसाए थे कहर, वहां फिर हमले का खतरा; NIA का गूगल फोटो से खुलासा

मुंबई

मुंबई पुलिस ने आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए कोलाबा स्थित नरीमन हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है। यहूदियों की इस प्रमुख इमारत को खबाड हाउस भी कहा जाता है। यह वही जगह है, जिसे 2008 में 26/11 के आतंकी हमलों में निशाना बनाया गया था और आतंकियों ने जहां अंधुधुंध फायरिंग की थी। दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जांच के दौरान एक संदिग्ध आतंकी के पास से नरीमन हाउस के लोकेशन का गूगल फोटोज मिला है, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं और ऐहतियातन नरीमन हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। NIA ने पुणे आतंकवाद निरोधी दस्ते द्वारा जांच किए जा रहे एक मामले में आतंकी मॉड्यूल से जुड़े कुछ आरोपियों से पूछताछ की है। मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने आरोपियों से पूछताछ की और पाया कि उनके पास कोलाबा में चबाड हाउस की Google तस्वीरें हैं। बाद में यह जानकारी पुणे एटीएस और मुंबई पुलिस के साथ साझा की गई। इसके बाद मुंबई पुलिस के जवानों ने गुरुवार को नरीमन हाउस के आसपास एक मॉक ड्रिल की और वहां सुरक्षा बढ़ा दी।

पूरा मामला क्या?
एटीएस ने पिछले सप्ताह कोथरुड पुलिस द्वारा वांछित दो आतंकी संदिग्धों को शरण देने के आरोप में पुणे निवासी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। इसके बाद,रत्नागिरी और गोंदिया से दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोथरुड पुलिस ने मामला तब दर्ज किया,जब उन्हें पता चला कि दोनों संदिग्ध एक दोपहिया वाहन चुराने का प्रयास कर रहे थे।दोनों संदिग्धों की एनआईए को राजस्थान में आतंकवाद से जुड़े एक मामले में शामिल होने के खातिर तलाश थी।

गिरफ्तार संदिग्ध MP के रहने वाले
सूत्रों के हवाले से लिखा है कि आरोपी आतंक से संबंधित गतिविधियों में शामिल थे और प्रशिक्षण प्राप्त हैं। साथ ही वे आतंकी योजनाओं पर भी काम कर रहे थे। एटीएस ने अब दो और लोगों को गिरफ्तार किया है, जिससे इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या चार हो गई है।  जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें मध्य प्रदेश के रतलाम के रहने वाले 23 वर्षीय मोहम्मद इमरान, मोहम्मद यूनुस खान और 24 वर्षीय मोहम्मद यूनुस और मोहम्मद याकूब साकी  शामिल है। महाराष्ट्र एटीएस ने पुणे पुलिस से इन चारों को अपनी हिरासत में ले लिया है। इनके पास से कम्प्यूटर, लैपटॉप, पेनड्राइव और हार्ड डिस्क जब्त किए गए हैं। चार आरोपियों में से दो के किराए के घरों में सफेद विस्फोटक भी बरामद हुआ है, जिसका इस्तेमाल उन्होंने पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में अलग-अलग जगहों पर बम धमाकों के टेस्ट के लिए किया था। इन लोगों के खिलाफ UAPA भी लगाया गया है।

नरीमन हाउस में क्या हुआ था
बता दें कि नरीमन हाउस, जिसे 26/11 के मुंबई हमलों की 10वीं बरसी पर नरीमन लाइटहाउस का नाम दिया गया है, उन 12 स्थानों में से एक है, जहां 2008 में पाक समर्थित लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई में चार दिनों तक गोलीबारी की थी। यह यहूदियों का एक केंद्र है, जिसे तब गेवरियल और रिव्का होल्त्ज़बर्ग द्वारा चलाया जाता था। यहां हमले के दौरान, होल्त्ज़बर्ग और उनकी पत्नी, जो छह महीने की गर्भवती थीं, सहित छह लोग मारे गए थे। हालांकि, उनका दो साल का बेटा मोशे हमले में बच गया था, जिसे उसकी भारतीय नानी सैंड्रा सैमुअल ने बचाया था।

 

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