रायपुर.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान की कड़ी आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता को फ्री की रेवडियां बांट रही है। बघेल ने कहा कि केजरीवाल को छत्तीसगढ़ के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वो केवल राजनीति करते हैं। पीएम के 7 जुलाई को प्रस्तावित दौरे पर कहा कि छत्तीसगढ़ को जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि वापस की जानी चाहिए। साथ ही राजधानी रायपुर में कार्गो एयरपोर्ट की सुविधा मिलनी चाहिए। कोल रायल्टी की बकाया राशि दी जानी चाहिए।
बघेल ने आगे कहा कि केजरीवाल कृषि और आदिवासियों, किसानों पर कुछ नहीं बोल पाए। छत्तीसगढ़ में चार सौ यूनिट तक बिजली हाफ है, स्वामी आत्मानंद स्कूल में अच्छी शिक्षा मिल रही है। संकट के समय सरकार की असली पहचान होती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय छत्तीसगढ़ से एक भी पलायन नहीं हुआ। सात लाख लोग यहां आए। उनके रहने-खाने का इंतजाम किया गया। जबकि लॉकडाउन की घोषणा के 24 घंटे के भीतर दिल्ली से लाखों लोग यूपी और बिहार निकल गए। केजरीवाल उन्हें राहत पहुंचाने के लिए कुछ नहीं कर सके।
बघेल ने याद दिलाया कि आॅक्सीजन की कमी पड़ गई थी तब छत्तीसगढ़ सरकार ने मध्यप्रदेश, राजस्थान, विदर्भ, पंजाब, को आॅक्सीजन उपलब्ध कराकर राहत पहुंचाने की दिशा में काम किया जबकि दिल्ली में आॅक्सीजन की कमी पर केजरीवाल ने कुछ नहीं किया। प्रियंका जी का फोन आया तो हमने कोरोना मरीजों के लिए आॅक्सीजन की व्यवस्था करवाई। मगर केजरीवाल का एक फोन तक नहीं आया। लोग तड़पते रहे, और वो राजनीति करते रहे।उन्होंने कहा कि पंजाब को देश के सबसे कर्जदार सरकार के रूप में ला खड़ा किया है। केजरीवाल के सारे दावे झूठे हैं, जनता उन्हें अच्छी तरह से पहचानती है।
उन्होंने कहा कि पीएम 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ दौरे पर आने वाले हैं। इससे पहले बघेल ने केन्द्र से मांग करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि वापस कर दी जाए, साथ ही राजधानी रायपुर में कार्गो एयरपोर्ट की सुविधा मिलनी चाहिए। कोल रायल्टी की बकाया राशि दी जानी चाहिए। इन मांगों को नीति आयोग की बैठक में भी रखा गया था लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है।