रायपुर
निगम आयुक्त मयंक चतुवेर्दी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं ठेकेदारों की बैठक ली। इसमें अपर आयुक्त अभिषेक अग्रवाल, सुनील चंद्रवंशी, अरविंद शर्मा, शैलेन्द्र पाटले, उपायुक्त स्वास्थ्य ए. के. हालदार, सभी जोन स्वास्थ्य अधिकारी भी शामिल हुए। आयुक्त ने कहा कि अभी भी विभिन्न स्थानों से गीला व सूखा कचरा मिक्स लिया जा रहा है। अब यह अनिवार्य रूप से स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के मानकों के अनुरूप पूरी तरह बंद होना चाहिए। और 1 अप्रैल से न सभी 70 वार्डो से सूखा एवं गीला कचरा आवासीय एवं व्यवसायिक क्षेत्रों से अनिवार्य रूप से पृथक- पृथक ही लिया जाए। गीला एवं सूखा कचरा पृथक-पृथक नहीं देने की स्थिति बनी रहने पर संबंधित आवासीय, व्यावसायिक क्षेत्रों में नियमानुसार कडी कार्यवाही की जाये। इस मामले में कोई भी लापरवाही कदापि सहन नहीं की जायेगी।
आयुक्त ने निगम क्षेत्र में खाली भूखण्डों में कचरा डालकर गंदगी फैलाये जाने की लगातार बढ़ रही प्रवृत्ति पर कारगर नियंत्रण के लिए सभी संबंधित खाली भूखण्डों के स्वामियों को जानकारी लेकर नोटिस भेजकर उन्हें बाउंड्रीवाल बनवाने निर्देषित किया जाए। ताकि खाली भूखण्ड में कोई भी कचरा ना डाल सके। आयुक्त ने बैठक में सभी जोन स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने-अपने जोन के सभी वार्डो में निरीक्षण सर्वे कर नालियों के भीतर जाने वाली पाईप लाईनों के संबंध में अगले एक सप्ताह के भीतर जानकारी लोकेशन सहित अनिवार्य रूप से देने निर्देषित किया है ताकि जलविभाग के माध्यम से नालियों के भीतर जा रही पाईप लाईनों की शिफ्टिंग करवायी जा सके। जिन नालियों में जालियां लगवायी गयी है, वहां व्यवस्थित रूप से सफाई करवाना सभी जोन स्वास्थ्य अधिकारी सुनिष्चित करें, ताकि जालियों में कचरा व गंदगी न अटके।