ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे, विधानसभा में बोले CM KCR; तेलंगाना में जारी रहेगा BRS-AIMIM गठबंधन
हैदराबाद
तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के मुखिया के.चंद्रशेखर राव ने रविवार को कहा कि असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी AIMIM के साथ BRS की दोस्ती भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर कोई संदेह नहीं है। KCR ने कहा कि सत्तारूढ़ दल 2018 के विधानसभा चुनावों की तुलना में 7-8 अधिक सीटों के साथ इस बार फिर सत्ता में वापसी करेगा। BRS (तब TRS) ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 88 सीटें जीतीं थीं और कई अन्य पार्टी विधायकों के सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के बाद इसकी ताकत बढ़कर 101 हो गई थी।
तेलंगाना में समग्र विकास पर विधानसभा में चर्चा के दौरान के चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस नेताओं पर अपने शासन के दौरान ढिलाई भरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान राज्य को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने बीआरएस को "बीजेपी की बी टीम और महाराष्ट्र में सीधे भगवा पार्टी (बीजेपी) से जुड़ा" कहने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर भी निशाना साधा।
KCR ने कहा, "मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि हम पिछले चुनाव की तुलना में सात-आठ सीटें अधिक जीतेंगे। इसमें किसी को संदेह नहीं है।" राव ने कहा, "हमने खुद को सीधे तौर पर धर्मनिरपेक्ष पार्टी घोषित कर दिया है। AIMIM और BRS दोनों मित्र दल हैं। हम साथ हैं और आगे भी रहेंगे। हमें अच्छे परिणाम मिलेंगे ताकि तेलंगाना के लोगों या अल्पसंख्यकों/गरीब लोगों को फायदा हो सके।” बता दें कि इस साल के अंत तक राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं।
उन्होंने कहा, "मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि हम पिछले चुनाव की तुलना में शत-प्रतिशत सात से आठ सीटें अधिक जीतेंगे। इसमें किसी को संदेह करने की जरूरत नहीं है।" राव ने कहा कि अगर शासक सजग और ईमानदार हैं, तो भगवान और प्रकृति भी आशीर्वाद देंगे और पिछले 10 वर्षों के बीआरएस शासन के दौरान, तेलंगाना अधिक जल विद्युत उत्पादन करने में सक्षम हुआ है और उसे राजस्थान को बेच रहा है।
कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अनगिनत वादे किए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से उन्होंने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार अब कहती है कि राज्य की वित्तीय स्थिति कुछ चुनावी वादों के कार्यान्वयन का समर्थन करने की स्थिति में नहीं है और इसलिए प्रशासन "एससी/एसटी फंड को डायवर्ट करने" के बारे में सोच रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का जिक्र करते हुए जिसमें उन्होंने मुफ्त चीजों को "रेवड़ी संस्कृति" कहा था, केसीआर ने कहा कि इसी पार्टी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक में हर घर को आधा लीटर दूध मुफ्त देने का वादा किया था। कांग्रेस की आलोचना करते हुए, राव ने कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के शासन के दौरान संयुक्त राज्य (विभाजन से पहले) में 30,000 से 35,000 झीलें गायब हो गईं। वे अतिक्रमण का शिकार हो गईं।"
बीआरएस शासन के दौरान तेलंगाना में बिजली क्षमता बढ़ने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की स्थापित बिजली क्षमता 18,756 मेगावाट है जिसे 25,000 मेगावाट तक पहुंचने का लक्ष्य जल्द ही साकार हो जाएगा। राव ने आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत राष्ट्रीय तापविद्युत निगम लिमिटेड (एनटीपीसी) को राज्य में 4,000 मेगावाट का संयंत्र स्थापित करने का आदेश दिया गया था, लेकिन उसने अब तक केवल 1,600 मेगावाट का संयंत्र स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति बिजली खपत के मामले में तेलंगाना नंबर एक पर है और राष्ट्रीय औसत राज्य के आसपास भी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा, '' आज हम 18,756 मेगावाट तक पहुंच गए। 25,000 मेगावाट तक पहुंचने का लक्ष्य बहुत जल्द हासिल किया जाएगा। 4,000 मेगावाट के दमाराचरला थर्मल पावर प्लांट का उद्घाटन जल्द किया जाएगा… 6,400 मेगावाट स्थापित क्षमता (मौजूदा क्षमता में) जोड़ी जाएगी। इसके साथ 25,000 मेगावाट स्थापित क्षमता का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। मैं खुशी से इसकी घोषणा कर सकता हूं।''