किंग कोहली का दिखा विराट अवतार, सुनाई दी हिटमैन के बल्ले की गूंज
नई दिल्ली
भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैच की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला जा रहा है। टॉस हारकर इस मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के अर्धशतकों के दम पर 4 विकेट के नुकसान पर 288 रन बोर्ड पर लगाए। दिन के अंत तक किंग कोहली और रविंद्र जडेजा क्रीज पर मौजूद रहे और दोनों के बीच पांचवे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी हो गई है। भारत को चार झटके कप्तान रोहित शर्मा (80), यशस्वी जायसवाल (57), शुभमन गिल (10) और अजिंक्य रहाणे (8) के रूप में लगे। आइए एक नजर डालते हैं पहले दिन की 5 बड़ी बातों पर-
रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की शतकीय साझेदारी
रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की सलामी जोड़ी ने एक बार फिर भारत को शानदार शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। यह इस सीरीज में दूसरा मौका है जब दोनों के बीच 100 से अधिक रन की साझेदारी हुई है। डॉमिनिका टेस्ट में दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 229 रन जोड़े थे, वहीं दूसरे टेस्ट में इनके बीच 139 रनों की साझेदारी हुई। लंच तक भारत ने एक भी विकेट नहीं खोया था। रोहित और यशस्वी ने इसी के साथ सुनील गावस्कर-चेतन चौहान, वीरेंद्र सहवाग-आकाश चोपड़ा और वीरेंद्र सहवाग-वसीम जाफर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है जिनके नाम विदेशी सरजमीं पर बतौर सलामी बल्लेबाज 2-2 शतकीय साझेदारी दर्ज हैं।
दूसरे सेशन में लड़खड़ा भारत
टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सेशन बल्लेबाजों का सेशन माना जाता है, मगर पोर्ट ऑफ स्पेन में भारतीय टीम इसी सेशन में लड़खड़ाती दिखी। लंच तक जहां भारत ने एक भी विकेट नहीं खोया था, वहीं दूसरे सेशन में भारत ने एक-एक कर अपने चार बड़े विकेट गंवाए। यशस्वी जायसवाल का 57 के निजी स्कोर पर विकेट गिरने के बाद नंबर-3 पर शुभमन गिल एक बार फिर फेल हुए, वहीं रोहित भी 80 रन बनाकर बोर्ड हुए। भारतीय टीम में वापसी कर रहे अजिक्य रहाणे दूसरी बार अपनी छाप छोड़ने में नाकामयाब रहे।
वेस्टइंडीज ने की जोरदार वापसी
पहले सेशन में खाली हाथ पवेलियन लौटने के बाद वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने दूसरे सेशन में जोरदार वापसी की। कैरेबियन गेंदबाजों ने इस सेशन में अपनी लाइन लैंथ पर काबू करते हुए भारतीय बल्लेबाजों को गलती करने पर मजबूर किया। यशस्वी को होल्डर ने अपने जाल में फंसाया, वहीं गिल को किमार रोच ने पवेलियन का रास्ता दिखाया। रोहित 80 रन पर शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, मगर वारिकन की एक घूमती हुई गेंद पर वह क्लीन बोल्ड हो गए। अजिंक्य रहाणे थोड़ा अनलकी रहे, टी टाइम से ठीक पहले गेब्रियल की एक गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेट पर जा लगी।
किंग कोहली का दिखा विराट अवतार
किंग कोहली का विराट अवतार फैंस को तभी देखने को मिलता है जब भारतीय टीम मुश्किल में होती है। 43 रन के अंदर 4 विकेट गंवाने के बाद भारत बैकफुट पर था। वेस्टइंडीज के पास आखिरी सेशन में भारत पर दबाव बनाने का पूरा-पूरा मौका था, मगर क्रीज पर मौजूद विराट कोहली ने ऐसा नहीं होने दिया। कोहली ने 161 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 87 रन बनाए और विंडीज गेंदबाजों को विकेट के लिए भी तरसाया। इस दौरान कोहली को जडेजा का भी भरपूर साथ मिला।
जडेजा ने दिया भरपूर साथ
लगातार चार विकेट गिरने के बाद कोहली को एक ऐसे साथी की जरूरत थी जो बस दूसरे छोर से विकेट ना गिरने दे। ये काम रविंद्र जडेजा ने करके दिखाया। कोहली एक तरफ रनों की गति बढ़ रहे थे, वहीं जडेजा दूसरा छोर को संभाले हुए थे। जडेजा दिन के अंत तक 84 गेंदों पर 36 रन बनाकर नाबाद रहे। आमतौर पर जड्डू के बल्ले से इतनी धीमी पारी देखने को नहीं मिलती है, मगर यहां उनसे ऐसी ही पारी की जरूरत थी। कोहली और जडेजा के बीच 5वें विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी हो गई है।