पश्चिम बंगाल के हुगली में बीती रात फिर से भड़की हिंसा, रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिस से झड़प
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से हिंसा का मामला सामने आया है। हुबली में रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। यही राम नवमी के बाद भी यहां पर हिंसा की खबर सामने आई थी, जिसमे भाजपा विधायक को भी चोट आई थी। बीती रात एक बार फिर से यहां हिंसक वारदात सामने आई है। हुगली में रेलवे स्टेशन के भीतर पत्थरबाजी की घटना हुई है। हुगली के रिसड़ा में रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिसकर्मियों से उपद्रवियों की झड़प हुई है और रेलवे स्टेशन के भीतर जमकर नारेबाजी हुई है।
ईस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने बताया कि रिसाड़ा में पत्थरबाजी की वजह से हावड़ा-बंदेल सेक्शन में ट्रेनों का संचालन रात 10.06 बजे से ठप था। स्थिति बेहतर होने के बाद देर रात 1.07 बजे फिर से ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका। अब हावड़ा-बंदेल, हावड़ा-बर्दवान सेक्शन में ट्रेनों का संचालन सामान्य हो गया है। रिसड़ा रेलवे स्टेशन के बाहर पथराव की भी खबर सामने आई है। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है जिसमे देखा जा सकता है कि सुरक्षाकर्मी भी सड़क से पत्थर उठाकर उपद्रवियों पर फेंक रहे हैं। यही नहीं एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। पत्थरबाजी की वजह से ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुए है। हालात को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
रेलवे स्टेशन के भीतर लोगों ने जमकर जय श्री राम के नारे लगाए। रिसड़ा रेलवे स्टेशन पर हुए इस बवाल की वजह से हावड़ा-बंदेल रूट प्रभावित हुआ है। उपद्रव की वजह से रिसड़ा स्टेशन पर एलसी गेट रात 10 बजे से बंद नहीं हो पा रहा था, जिसकी वजह से ट्रेनें यहां आ नहीं पा रही थीं। रेलवे की ओर से कहा गया कि रिसड़ा स्टेशन पर स्थानीय दिक्कत की वजह से एलसी गेट को बंद नहीं किया जा पा रहा था। रेलवे अधिकारी ने कहा कि जबतक एलसी गेट बंद नहीं होता ट्रेन का संचालन बहाल नहीं किया जा सकता है।