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हल्द्वानी में हिंसा और कर्फ्यू, वैलेंटाइन वीक पर पर्यटन उद्योग ‘संकट’ में !

नैनीताल
उत्तराखंड के हल्द्वानी में भयानक हिंसा हुई है। आगजनी, पथराव और प्रशासन के एक्शन में कुछ लोगों की मौत भी हुई है। शुक्रवार को हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया गया और देखते ही गोली मारने के आदेश जारी हुए। वहीं उत्तराखंड में अलर्ट जारी कर दिया गया। ऐसी हिंसक घटनाओं का सबसे पहले असर पर्यटन क्षेत्र पर पड़ता है। टूरिज्म सेक्टर 'संकट' में पड़ता है। जिन लोगों को नैनीताल की ओर जाना है या वहां से आना है, उनके लिए मुश्किलें हो सकती हैं।

इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड टूरिज्म कमिटी के चेयरमैन डॉ. सुभाष गोयल ने कहा कि जब भी कहीं गड़बड़ होती है, तो सबसे पहले टूरिज्म सेक्टर और स्टॉक एक्सचेंज पर असर पड़ता है। सैलानी सुकून के लिए घूमने-फिरने जाते हैं। एन्जॉय करते हैं। दिल्ली से नैनीताल के रास्ते में हल्द्वानी पड़ता है। हालांकि, एक बायपास भी है, जिससे भी लोग आ जा सकते हैं। टीवी और अखबारों में आ रही खबरों ने सैलानियों को डरा दिया है। वैलेंटाइन वीक चल रहा है। आम तौर पर इन दिनों में कपल नैनीताल पहुंचते हैं। वहां के होटल, रेस्टोरेंट्स, बार और कैफे खास तैयारियां करते हैं। आवाजाही में दिक्कत होती है, तो ये ठीक नहीं होगा। वैसे उत्तराखंड में मई से जुलाई के बीच पर्यटन अधिक बढ़ता है। स्कूली बच्चों की छुट्टियां पड़ती हैं। उन दिनों में गर्मियां भी खूब होती हैं। ठंडक और क्वालिटी टाइम बिताने के लिए दिल्ली के लोग नैनीताल पहुंचते हैं। दिल्ली से नैनीताल करीब 300 किमी दूर है। ये हिल स्टेशन भी उत्तराखंड राज्य के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। नैनीताल को 'नैनी झील' के नाम से भी जाना जाता है। नैनीताल अपनी एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है।

उत्तराखंड में अलर्ट जरूर है, लेकिन पूरे राज्य में आवाजाही पर प्रतिबंध नहीं है। हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी जैसी जगहों पर मूवमेंट जारी है। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में पर्यटन सेक्टर का अहम रोल है। टूरिस्ट ऑपरेटर्स को लगता है कि वहां की सरकार हफ्तेभर में सब नियंत्रित कर लेगी। फिर से नैनीताल की ओर बेरोक-टोक आना-जाना शुरू हो जाएगा।

देहरादून से चलने वाली ट्रेन 14120 देहरादून काठगोदाम एक्सप्रेस काठगोदाम के स्थान पर लालकुंआ में शार्ट टर्मिनेट की गई। यह गाड़ी लालकुआं काठगोदाम के मध्य निरस्त रही। चार ट्रेनें लालकुआं में शार्ट टर्मिनेट चार शार्ट ओरिजनेट तीन का हल्द्वानी में ठहराव स्थगित l बरेली और रुहेलखंड डिपो से संचालित होने वाली बसों पर असर पड़ा।

जागरण संवाददाता, बरेली। उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुई हिंसा का प्रभाव अब प्रदेश की यातयात व्यवस्था पर भी पड़ने लगा है। सेटेलाइट बस अड्डे से जाने वाली रोडवेज की 20 बसों को निरस्त करना पड़ा, जबकि कई बसों को दूसरे रास्तों से गुजारा गया। इस तरह रेलवे ने ट्रेनों को लालकुआं रेलवे स्टेशन पर शार्ट टर्मिनेट और शार्ट ओरिजनेट करके संचालित किया।

उत्तराखंड के हल्द्वानी में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाए मदरसे और नमाज स्थल को ढहाने पहुंची टीम पर उप्रदवियों ने गुरुवार को हमला कर दिया था। इससे छह लोगों की मृत्यु होने के साथ एसडीएम व एसपी समेत 250 लोग घायल हो गए थे। इससे वहां पर कर्फ्यू लगा दिया था। इससे बरेली और रुहेलखंड डिपो की 20 बसों का संचालन प्रभावित रहा। कुछ बसों को बदले हुए रूट से उत्तराखंड में संचालित किया गया।

क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज दीपक चौधरी ने बताया कि बसों को सतर्कता बरतते हुए संचालित किया जा रहा है। बसों को निरस्त भी किया गया। माहौल सामान्य होने पर ही हल्द्वानी के अंदर बसों को संचालित किया जाएगा।

पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले लालकुआं रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट किया गया। डीआरएम कार्यालय के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि लखनऊ जंक्शन से आठ फरवरी को चलने वाली ट्रेन 15043 लखनऊ जंक्शन काठगोदाम एक्सप्रेस को काठगोदाम के स्थान पर लालकुंआ में शार्ट टर्मिनेट किया गया। यह गाड़ी लालकुआं काठगोदाम के मध्य निरस्त रही।

हावड़ा से सात फरवरी को चलने वाली ट्रेन 13019 काठगोदाम काठगोदाम एक्सप्रेस काठगोदाम के स्थान पर लालकुंआ में शार्ट टर्मिनेट की गई। इस ट्रेन को लालकुंआ काठगोदाम के के बीच निरस्त रखा।

नौ फरवरी को चलने वाली 12040 नई दिल्ली काठगोदाम एक्सप्रेस काठगोदाम के स्थान पर लालकुंआ में शार्ट टर्मिनेट की गई। 15044 काठगोदाम लखनऊ जंक्शन एक्सप्रेस, 14119 काठगोदाम देहरादून एक्सप्रेस, 13020 काठगोदाम हावड़ा एक्सप्रेस, 12039 काठगोदाम नई दिल्ली एक्सप्रेस काठगोदाम के स्थान पर लालकुंआ से चलाई गई। ट्रेन 15014 काठगोदाम जैसलमेर एक्सप्रेस, ट्रेन 15035 दिल्ली काठगोदाम एक्सप्रेस और ट्रेन 12091 देहरादून काठगोदाम एक्सप्रेस का हल्द्वानी स्टेशन पर ठहराव स्थगित कर दिया।

हफ्तेभर में सब नियंत्रित हो जाएगा, टूर ऑपरेटर्स को उम्मीद

इंडियन असोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के प्रेजिडेंट राजीव मेहरा का कहना है कि वैसे मौजूदा समय उत्तराखंड में टूरिज्म के लिहाज से ऑफ सीजन है। स्कूलों में परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। टूरिज्म सेक्टर में बहुत ज्यादा फर्क तो नहीं पड़ना चाहिए। उत्तराखंड सरकार ने हालात को कंट्रोल कर लिया है। उम्मीद है कि कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। फिर भी जिन पर्यटकों को आज कल में नैनीताल और रानीखेत आना जाना है, उन्हें मुश्किल हो सकती है। हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा है। कुछ सड़कें बंद भी होंगी। जगह-जगह चेकिंग हो रही होगी।

यहां के पर्यटन स्थल
केव्स गार्डन, राज भवन, हल्द्वानी, भीमताल, कालाढूंगी, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, नैनीताल झील, हनुमान गढ़ी, रामनगर, काठगोदाम, भवाली, घोड़ाखाल मंदिर, रामगढ़, मुक्तेश्वर, सात ताल, नौकुचिया ताल और बेतालघाट आदि।

 

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