ग्रामीणों का वन अमले पर किया हमला, अनूपपुर में हाथी के हमले में युवक की मौत के बाद हंगामा
अनूपपुर
अनूपपुर में गुरुवार करीब 8 बजे हाथी के हमले से एक युवक की मौत हो गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने हमला कर दिया। गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस पहुंची। उन पर भी हमला हुआ। दो पुलिसकर्मी घायल हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें गांव के दो लोग घायल हुए हैं।
दरअसल, ज्ञानचंद गौड़ की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों और पुलिस टीम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और फिर पथराव कर मारपीट शुरू की दी। हमले में जैतहरी थाने में पदस्थ आरक्षक राहुल चौहान गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसे इलाज के लिए जैतहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस द्वारा चलाई गई गोली ग्रामीण राम प्रसाद और केशव लगी। एक ग्रामीणा के हाथ और दूसरे के सीने में लगी है। शहडोल मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा है। सूचना पर पुष्पराजगढ़ से कांग्रेस विधायक फुदेलाल सिंह मौके पर और मामले की जानकारी ली।
पुलिसकर्मी घायल, सब इंस्पेक्टर लापता
हमले में आरक्षक राहुल चौहान भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसके सिर में चोट लगी है और हाथ की उंगली भी टूट गई है। इसके अलावा ड्यूटी पर मौजूद उपनिरीक्षक त्रिलोक सिंह वालरे मौके से लापता है। वन विभाग के कई कर्मचारी भी रात से ही लापता हैं।
एडीजी और एसपी ने पहुंच संभाला मोर्चा
गुरुवार देर रात एडीजी डीसी सागर और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार घटना की सूचना मिलने के जैतहरी थाने पहुंचे। थाने पर अतरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
मृतक के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत गोबरी में हाथी के हमले से युवक के निधन पर गहन शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को वन विभाग के नियमों के अनुरूप 8 लाख रुपये और मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान अनुदान से 2 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि परिवार के जीविकोपार्जन के लिए शासन द्वारा हर संभव मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घटना में अन्य दो घायल युवकों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।