अकेले बनारस में 58 हजार घरों में बंद हो गया उज्जवला का चूल्हा, 7 साल में LPG सिलेंडर दोगुना महंगा
बनारस
रसोई गैस सिलेंडर महंगा होने से यूपी के वाराणसी जिले में बड़ी संख्या में उज्ज्वला लाभार्थी एलपीजी से खाना नहीं पका रहे हैं। कोई छह माह, कोई एक साल से सिलेंडर नहीं खरीद रहा। गैस कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार करीब 58 हजार लाभार्थी एलपीजी सिलेंडर का उपयोग लंबे समय से नहीं कर रहे हैं।
जिले में दो लाख 31 हजार 616 उज्ज्वला लाभार्थी हैं। इनमें 25 फीसदी महीनों से एलपीजी सिलेंडर नहीं खरीद रहे। लाभार्थियों ने महंगा होने के कारण एलपीजी सिलेंडर की जगह लकड़ी पर खाना पकाना शुरू कर दिया था। हालांकि केंद्र सरकार ने उज्ज्वला लाभार्थियों को प्रति एलपीजी सिलेंडर 400 रुपये छूट की घोषणा की है।
घर-घर जाकर करेंगे जागरूक इण्डेन, बीपी और एचपी कंपनियों के प्रतिनिधि उज्जवला लाभार्थियों के घर-घर जाकर गैस सिलेंडर उपयोग के लिए जागरूक करेंगे। इस संबंध में कंपनियां जल्द गैस एजेंसियों को दिशानिर्देश भेजेंगी। जिला नोडल अधिकारी हिमांशु द्विवेदी ने बताया कि 25 फीसदी उज्ज्वला लाभार्थी लंबे समय से एलपीजी सिलेंडर नहीं खरीद रहे हैं।