महाराष्ट्र में कांग्रेस की दावेदारी वाली कई सीटों पर उद्धव ने घोषित किया उम्मीदवार
मुंबई
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) ने बुधवार को 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया. घोषित सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, लेकिन इन पर उद्धव की शिवसेना ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. इन सीटों में सांगली और मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट है. उद्धव ठाकरे UBT ने मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से अनिल देसाई के नाम की घोषणा की है. कांग्रेस इस सीट से वर्षा गायकवाड़ को चाहती थी. संजय राउत ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. बता दें कि बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पहले से ही नाराज चल रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा कि उद्धव शिवसेना के साथ गठबंधन अब अस्तित्व में नहीं है. MVA कल सीटों की घोषणा करती उससे पहले ही आज उद्धव गुट ने कर दिया.
इन्हें मिला टिकट
पार्टी ने बुलढाणा से नरेंद्र खेडेकर, यवतमाळ-वाशिम से संजय देशमुख, मावळ से संजोग वाघेरे पाटील, सांगली से चंद्रहार पाटील, हिंगोली से नागेश पाटील आष्टीकर, संभाजीनगर से चंद्रकांत खैरे, धारशीव से ओमराजे निंबाळकर, शिर्डी से भाऊसाहेब वाघचौरे, नाशिक से राजाभाऊ वाजे, रायगड से अनंत गीते, सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से विनायक राऊत, ठाणे से राजन विचारे, मुंबई ईशान्य से संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, मुंबई वायव्य से अमोल कीर्तिकर और परभणी सीट से संजय जाधव को टिकट दिया है.
अरविंद सावंत
72 वर्षीय अरविंद सावंत दक्षिण मुंबई से दो बार सांसद रहे. वह शिव सेना के 13 में से उन पांच सांसदों में से हैं जो शिंदे सेना में शामिल नहीं हुए और उद्धव के साथ बने रहे. उन्होंने 2014 और 2019 में कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा को हराया. वह 2019 में कुछ समय के लिए भारी उद्योग के केंद्रीय मंत्री थे. उस वक़्त सेना ने एनडीए से नाता तोड़ लिया और कांग्रेस और एनसीपी के साथ MVA बनाया. वह सेना के अनुभवी और पुराने साथी हैं, जब सेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे जीवित थे. वह सेना (UBT) श्रमिक संघों के एक सक्रिय सदस्य और एक जाना माना चेहरा हैं, और उन्हें ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने संसद में भी मोदी सरकार का मुकाबला किया.
उत्तर पूर्व मुंबई – संजय दीना पाटिल
55 वर्षीय संजय दीना पाटिल 2004 में भांडुप से विधानसभा के लिए चुने गए थे. 2009 में, वह एनसीपी के टिकट पर मुंबई नॉर्थ ईस्ट से लोकसभा के लिए चुने गए. 2014 और 2019 में उसी सीट के लिए दोबारा चुनाव हार गए. 2014 में वह बीजेपी के किरीट सोमैया से और 2019 में बीजेपी के मनोज कोटक से हार गए. इस बार उनका मुकाबला मुलुंड विधायक मिहिर कोटेचा से होगा. पाटिल 2019 में शिवसेना में शामिल हुए. उनके पिता दीना बामा पाटिल 1985 में मुलुंड से विधायक थे. पाटिल इस क्षेत्र में एक जाना माना चेहरा हैं.
दक्षिण मध्य मुंबई- अनिल देसाई
66 वर्षीय अनिल देसाई दो बार सेना से राज्यसभा सांसद रहे. देसाई को सेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे का करीबी सहयोगी माना जाता है. वह पार्टी के कानूनी मामलों और संगठनात्मक गतिविधियों को भी संभालते हैं. देसाई ने शिवसेना विधायकों की अयोग्यता मामले और चुनाव आयोग में प्रतीक और नाम मामले में पार्टी की कानूनी लड़ाई लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वह मुंबई विश्वविद्यालय से वाणिज्य और कानून में स्नातक हैं.