राजौरी में आतंकवादियों से मुठभेड़ में दो जवान शहीद, 4 घायल
जम्मू
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शुक्रवार सुबह दो से तीन आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए और एक अधिकारी सहित चार अन्य घायल हो गए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) जम्मू जोन मुकेश सिंह ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ कंडी वन क्षेत्र में शुरू हुई। बताया जा रहा है कि ये वही आतंकी हैं, जिन्होंने 20 अप्रैल को पुंछ के तोता गली में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें पांच सैनिक शहीद हुए थे और एक अन्य घायल हो गया था। मुठभेड़ जारी है।
राजौरी जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान कम से कम दो सैनिक शहीद हो गए हैं और एक अधिकारी सहित चार अन्य घायल हो गए। माना जाता है कि यह वही आतंकी समूह है, जिसने 20 अप्रैल को पुंछ के तोता गली में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें पांच सैनिक मारे गए थे और एक अन्य घायल हो गया था।
जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने यहां जारी एक बयान में कहा, "भाटा धूरियन के तोता गली इलाके में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों के एक समूह का सफाया करने के लिए भारतीय सेना लगातार खुफिया आधारित अभियान चला रही है।"
आतंकियों के मिसाइल अटैक से दो जवान शहीद
कर्नल आनंद ने आगे कहा, "राजौरी सेक्टर के कंडी जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना पर, बुधवार को एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। शुक्रवार को लगभग (7.30 बजे) पर एक खोज दल ने एक गुफा में घुसे आतंकवादियों पता लगाया। यह क्षेत्र खड़ी चट्टानों के बीच स्थित है।" उन्होंने कहा, "आतंकवादियों ने जवाबी कार्रवाई में एक मिसाइल दागी। इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए और एक अधिकारी सहित चार अन्य घायल हो गए।"
अतिरिक्त टीमों को भेजा जा रहा
आसपास से अतिरिक्त टीमों को मुठभेड़ स्थल के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं, घायल कर्मियों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया है। प्रवक्ता ने कहा, "प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार आतंकवादियों का एक समूह क्षेत्र में फंसा हुआ है। आतंकवादियों के भी घायल होने की सूचना है।"
बता दें कि लगातार बारिश और खराब मौसम के बावजूद, भारतीय सेना के कॉलम 20 अप्रैल से तोता गली इलाके में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों के एक समूह को बाहर निकालने के लिए लगातार खुफिया आधारित अभियान चला रहे हैं। पता चला है कि आतंकियों ने सेना की गोलाबारी के जवाब में एक विस्फोटक उपकरण भी दागा।