तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने की हमले खत्म करने की अपील, तुरंत इस पागलपन को रोके इजरायल
अंकारा
इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग को रोकने के लिए तुर्कीए सामने आया है। तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने इजरायल द्वारा किए जा रहे गाजा पट्टी में हमलों को पागलपन करार दिया और इसे तुरंत रोकने का आह्वान किया। पिछले कुछ दिनों में इजरायली बलों ने फिलिस्तीनी क्षेत्र पर हमले तेज कर दिए हैं। इजरायल ने एक विस्तारित जमीनी अभियान की घोषणा की और इसने संचार व्यवस्था को ठप कर दिया और गाजा पट्टी में सूचनाओं का लगभग ब्लैकआउट कर दिया है।
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने 'एक्स' पर कहा, "गाजा पर इजरायली बमबारी कल रात तेज हो गई और एक बार फिर महिलाओं, बच्चों और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया और चल रहे मानवीय संकट को और खराब कर दिया गया।" उन्होंने जोर देकर कहा, "इजरायल को तुरंत इस पागलपन को रोकना चाहिए और अपने हमलों को खत्म करना चाहिए।" इससे पहले, रेसेप तईप एर्दोगन ने भी इस्तांबुल में फिलिस्तीनियों के समर्थन में एक रैली के लिए भारी भीड़ को प्रोत्साहित करते हुए कहा, "हम जोर से और स्पष्ट रूप से घोषणा करेंगे कि हम इजरायल के उत्पीड़न के खिलाफ फिलिस्तीनी लोगों के साथ खड़े हैं।"
बता दें कि सात अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने जमीन, समुद्र आदि जगहों से इजरायल पर हमला बोल दिया था। अचानक किए गए इस हमले की वजह से इजरायल के 1400 लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा, आतंकियों ने 200 से ज्यादा लोगों को बंधक भी बना लिया। इसके बाद से ही इजरायल ने हमास आतंकियों को खत्म करने की कसम खाई हुई है और गाजा पट्टी में जमकर बमबारी कर रहा है। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, क्षेत्र पर जवाबी इजरायली हमलों में 7,300 से अधिक लोग मारे गए हैं।
जमीनी अभियान का विस्तार कर रहा इजरायल
इजरायल हवा और समुद्र से बड़े पैमाने पर हमले करने के साथ पैदल सेना और बख्तरबंद वाहनों की मदद से गाजा में अपने जमीनी अभियान का विस्तार कर रहा है। इजरायली सेना के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने शनिवार को कहा कि सेनाएं अब भी जमीन पर हैं और युद्ध जारी है। इजराइली सेना ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया था, जिसमें गाजा के खुले रेतीले इलाकों में बख्तरबंद वाहनों के काफिले धीरे-धीरे चलते नजर आ रहे थे। इससे पहले, इजराली सैनिक कुछ देर के लिए रात में जमीनी मार्ग से गाजा में गए थे और फिर लौट आए थे।