कर्नाटक में साल के अंत तक होगा बड़ा खेल, कुमारस्वामी बोले – ‘कर्नाटक में भी एक अजित पवार’
बेंगलुरु
कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि कर्नाटक में भी महाराष्ट्र वाली स्थिति बन रही है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि 2019 में किसने सोचा था कि मेरी सरकार गिर जाएगी. महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ है. उन्होंने कहा- महाराष्ट्र में कल के चौंकाने वाले घटनाक्रम के बाद, मुझे डर है कि कर्नाटक में अजित पवार के रूप में कौन उभरेगा? उन्होंने कहा कि कर्नाटक में ज्यादा समय नहीं लगेगा. सालभर के भीतर ही कांग्रेस सरकार गिरजाएगी. मैं यहां यह नहीं बताऊंगा कि अजित पवार कौन होंगे, लेकिन यह जल्द ही होगा.
वहीं उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के रवैये के कारण इस देश में महागठबंधन संभव नहीं है. 2018 के गठबंधन से हमने अपने आखिर क्या हासिल किया? वहीं बीजेपी ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया. साथ ही सदन में नारेबाजी करते हुए कहा कि कांग्रेस ने डीके शिवकुमार के साथ धोखा किया.
मालूम हो कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सीएम पद के लिए सिद्धारमैया के अलावा डीके शिवकुमार का भी नाम चल रहा था. डीके शिवकुमार किसी भी फॉर्मूले के तहत कर्नाटक का सीएम बनना चाहते थे लेकिन कांग्रेस आलाकमान के सामने उनकी कोई भी कोशिश काम नहीं कर पाई थी. बाद में वह डिप्टी सीएम बनने को तैयार को गए थे.
सिद्धारमैया के अलावा भी कई और सीएम
एच. डी. कुमारस्वामी ने रविवार को भी कहा था कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के अलावा कई मुख्यमंत्री हैं और पार्टी की सरकार शुरुआत में ही पटरी से उतर गई है. वहीं उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि उनकी पार्टी बेंगलुरु में बीजेपी के नेतृत्व में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा नहीं लेगी. उन्होंने कहा कि जद (एस) को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है. कुमारस्वामी ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि कर्नाटक में वैसे ही ‘वाईएसटी’ कर संग्रह हो रहा है, जैसे पूरे देश में जीएसटी एकत्र किया जाता है. जब उनसे इस संबंध में विस्तार से बताने के लिए कहा गया, तो उन्होंने संवाददाताओं से सिर्फ इतना कहा कि यही सवाल उन लोगों से भी पूछा जाए जो अधिकारियों के साथ ‘आधी रात में बैठकें’ कर रहे हैं.
कर्नाटक सरकार में ‘तबादला गिरोह’ सक्रिय : कुमारस्वामी
एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य सरकार में ‘तबादला गिरोह’ सक्रिय है, जो ‘पैसे लेकर तैनाती’ देने का काम कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि सभी विभागों में इस तरह का भ्रष्टाचार सिर उठा रहा है. परिवहन और राजस्व विभाग (सब-रजिस्ट्रार) के बाद अब तबादला गिरोह वाणिज्यिक कर विभाग में भी सक्रिय हो गया है. इस सरकार में पैसे लेकर नियुक्ति का चलन बदस्तूर जारी है. राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात कही थी लेकनि राज्य में हर पद पर तैनाती के लिए कीमत तय है.