1992 के केस में हुई गिरफ्तारी तो कर्नाटक में मच गया कोहराम, कौन है श्रीकांत पुजारी, क्यों कहा जा रहा राम भक्त?
नई दिल्ली
कर्नाटक में एक शख्स की गिरफ्तारी पर कोहराम मच गया है। पुलिस ने 31 साल पुराने 1992 के हुबली दंगा मामले में आरोपी श्रीकांत पुजारी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। इस पर विपक्षी बीजेपी भड़क गई है और राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी ने इस गिरफ्तारी के खिलाफ सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है।यह घटनाक्रम ऐसे वक्त सामने आया है, जब 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है और देशभर में भक्ति का माहौल बन रहा है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राम मंदिर निर्माण से घबरायी कांग्रेस ने हिन्दू विरोधी स्टैंड के तहत जानबूझकर 31 साल पुराने मामले में श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी करवाई है, ताकि राज्य में हिन्दू विरोध का माहौल बनाया जा सके।
श्रीकांत पुजारी राम मंदिर आंदोलन से जुड़ा एक कार सेवक रहा है। इसीलिए, बीजेपी श्रीकांत पुजारी को राम भक्त कह रही है। बाबरी विध्वंस के बाद दिसंबर, 1992 में हुबली में भड़के एक दंगा में वह आरोपी है। पुजारी समेत अन्य पर मलिक नाम के एक मुस्लिम शख्स की दुकान में आगजनी करने के आरोप हैं। पुसिस ने 31 साल पुराने इस मामले में श्रीकांत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस इस केस में आठ अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस का दावा है कि ये लोग 1992 और 1996 के बीच हुए साम्प्रदायिक दंगों में शामिल थे।
कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बी वाई विजयेन्द्र ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दियाा है और कहा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले की गई कार्रवाई हिन्दू विरोधी है। उधर, राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कथित कार सेवक की गिरफ्तारी को बीजेपी द्वारा बड़ा विवाद बनाने पर एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि अपराधियों को जाति और धार्मिक लेबल देना बेहद खतरनाक है। सिद्धारमैया ने कहा, ''बीजेपी ने चार साल तक कुशासन और भ्रष्टाचार घोटालों में समय बिताया, लेकिन अचानक हमारी सरकार की उपलब्धियों पर जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण वे घबराकर जाग उठे हैं। वे हुबली में एक संदिग्ध अपराधी की गिरफ्तारी पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।"
सिद्धारमैया ने कहा, 'जब राज्य में बीजेपी सरकार थी, तब भी लोकायुक्त पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को गिरफ्तार किया था और उन्हें जेल भेज दिया था। तो क्या हुबली का गिरफ्तार आरोपी येदियुरप्पा से भी बड़ा हिंदू या राम भक्त है? क्या उस समय भी सरकार हिंदू विरोधी थी?” उन्होंने कहा, “मैं राज्य में भाजपा नेताओं से अपील करता हूं कि भगवान और धर्म के नाम पर तुच्छ राजनीति करना बंद करें और एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करने का प्रयास करें।”