छत्तीसगढराज्य

दिव्यांग बच्चों के लिए मन में दया नहीं करुणा होनी चाहिए : राकेश चतुवेर्दी

रायपुर

दिव्यांग बच्चों के लिए मन में दया नहीं करुणा होनी चाहिए। जहां करुणा होती है वहीं प्रेम होता है। प्रेम से ही सभी कार्य सफल होते हैं। सिविल लाइन स्थित वृंदावन हाल में विश्व श्रवण दिवस पर आयोजित डिजिटल श्रवण यंत्र वितरण समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष राकेश चतुवेर्दी ने उक्त बातें कही। विश्व श्रवण दिवस पर अर्पण कल्याण समिति, हियरिंग केयर सेंटर एवं रोटरी क्लब आफ रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के 15 बच्चों को डिजिटल श्रवण यंत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि समाजसेवी व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अरुण सिंघानिया ने अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल की वेबसाइट को लॉच किया। इस अवसर पर राष्ट्रभक्ति गीत पर दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य से लोग भाव-विभोर हो गए और तालियों की गडगड़़ाहट से हाल गूंज उठा।

श्री चतुवेर्दी ने कहा कि मूक-बधिर बच्चों को ईश्वर ने अद्भुत शक्ति प्रदान की है, जरुरत है उस शक्ति को पहचानने व सही राह दिखाकर उसे तराशने की। अर्पण कल्याण समिति द्वारा संचालित मूक-बधिर बच्चों के लिए नि:शुल्क स्कूल व छात्रावास का संचालन एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के लिए भविष्य में कुछ भी जरुरत पड़े तो वे सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रायपुर नगर निगम के सभापति एवं पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने कहा कि पिछले 7 माह में इन बच्चों में जो बदलाव देखने को मिला है वह अभूतपूर्व है। इस स्कूल में शिक्षक बच्चों को शिक्षा ही नहीं अपितु संस्कार भी प्रदान कर रहे हैं। जब ये बच्चे जुलाई माह में इस स्कूल में पढ़ाई करने आए थे तो उनके रहन-सहन, खान-पान का तौर-तरीका कुछ और ही था और आज ये बच्चे पूरी तरह से संस्कारवान हो गए है। इसके लिए स्कूल प्रबंधन एवं शिक्षकगण बधाई के पात्र हैं।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अर्पण कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां पढ़ाई करने वाले बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण करते हैं और उन्हें पाठ्य सामग्रियों के अलावा स्कूल यूनिफार्म, जूते-मोजे भी नि:शुल्क प्रदान किए जाते  हैं।  इसके साथ ही बच्चों को नि:शुल्क हॉस्टल की सुविधा भी प्रदान की गई है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री अरुण सिंघानिया ने कहा कि दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए जो कार्य किए जा रहे हैं वह सराहनीय है। संस्था का यह नेक कार्य अनुकरणीय है। इन बच्चों के लिए अगर मैं कुछ कर पाऊँ तो यह मेरा सौभाग्य होगा। भविष्य में किसी भी तरह की जरुरत पड?े पर मदद के लिए हमेशा तैयार रहूंगा।

डब्ल्यूएचओ द्वारा तीन मार्च को मनाए जाने वाले विश्व श्रवण दिवस के बारे में जानकारी आॅडियोलॉजिस्ट डॉ. राकेश पांडेय, डॉ. देव मिश्रा और स्पीचथैरेपिस्ट डॉ. रुचिरा पांडेय ने दी। इस अवसर पर प्रसिद्ध ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. सतीश राठी ने कहा कि कान से संबंधित समस्याओं को हमें गंभीरता से लेनी चाहिए। समय रहते उपचार होने पर समस्याओं से बचा जा सकता है। चिकित्सा विज्ञान ने अब इतनी तरक्की कर ली है कि समय रहते विशेषज्ञों के पास पहुंचे तो हर बीमारी का उपचार संभव है। रोटरी क्लब आॅफ रायपुर के अध्यक्ष भरत डागा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल एक ऐसी संस्था है जहां कैश काउंटर नहीं है। श्री डागा ने कहा कि रोटरी क्लब का उद्देश्य समाज के जरुरतमंद लोगों तक उनकी मूलभूत सुविधा मुहैया कराना है और यह कार्य निरंतर जारी है। कार्यक्रम का संचालन सीमा छाबड़ा ने किया।
इस अवसर पर रायपुर क्लब आॅफ रोटरी के सुभाष साहू, सोम अग्रवाल, नवीन आहुजा, गिरीश वोरा, दमयंती, कृष्ण प्रिया डागा समेत अनेक रोटेरियन और हितवाद के जीएम अनिल पवार, कामधेनु विश्व विद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राकेश मिश्रा, अर्पण कल्याण समिति के उपाध्यक्ष धनंजय त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष विरेन्द्र शर्मा, संचालक मृत्युंजय शुक्ला, स्कूल के प्राचार्य कमलेश शुक्ला आदि उपस्थित थे।

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