अश्विन से सीखा, नए कौशल सीखने का कोई अंत नहीं: गिल
धर्मशाला
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के 5वें और आखिरी मैच में रविचंद्रन अश्विन ने 100 टेस्ट खेलने की खास उपलब्धि अपने नाम की। इस मौके पर शीर्ष क्रम के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा कि उन्होंने भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर से सीखा है कि नए कौशल सीखने का कोई अंत नहीं है।
नवंबर 2011 में डेब्यू करने वाले अश्विन भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने वाले 14वें भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। अनुभवी ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के बाद 100 से कम टेस्ट मैचों में 500 विकेट हासिल करने वाले दूसरे गेंदबाज भी हैं।
गिल ने जियोसिनेमा से कहा, "वह एक शानदार, अद्भुत गेंदबाज है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो हमेशा अपने खेल में सुधार करना और नए कौशल जोड़ना चाहते हैं, चाहे वह बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी।
"मैंने उनसे एक बात सीखी है कि भले ही आप इतने सालों तक भारत के लिए खेले हैं। फिर भी आप अपने खेल में कुछ नया जोड़ना चाहते हैं और अपने कौशल में बदलाव लाना चाहते हैं। यही कारण है कि वह दुनिया के अब तक देखे गए सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है।''
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत श्रृंखला 4-1 से जीत सकता है। गिल ने कहा, "हमने जो भी चार मैच खेले हैं उनमें ऐसे क्षण थे जब चीजें या तो 50-50 थी या कुछ दिन हम पीछे रह गए होंगे।''
"लेकिन जिस तरह से टीम ने वापसी की है वह निर्णायक मोड़ है। जिस तरह से नए खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया, वो शानदार है। मुझे लगता है कि वह निर्णायक मोड़ है।"
गिल ने चार मैचों में 342 रन बनाए हैं, जिसमें दूसरी पारी में विशाखापत्तनम में 104, राजकोट में 91 और रांची में नाबाद 52 रन जैसे प्रभावशाली प्रदर्शन शामिल हैं जहां उन्होंने ध्रुव जुरेल के साथ 72 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की थी।