अभी पूरा नहीं हुआ नए संसद भवन का काम, मॉनसून सत्र से पहले शिफ्ट हो सकते हैं ऑफिस
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को नया संसद भवन देश को समर्पित कर दिया है। हालांकि अभी संसद में भवन में कुछ काम बाकी है और उसे पूरा किया जा रहा है। इस नए संसद भवन में प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए काफी जगह है। यह दो फ्लोर में होगा। इसके अलावा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के लिए भी अलग से ऑफिस बनाया गया है। सभी केंद्रीय मंत्रियों के लिए अलग कमरे होंगे। इसमें अभी काम चल रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि रोज के अजेंडे और सदन के कागजातों का ब्यौरा रखने वाला टेबल ऑफिस, विधायी शाखा, नोटिस ऑफिस नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिए जाएँगे। वहीं अभी काफी काम पुरानी बिल्डिंगी की ऊपरी मंजिल पर होगा। पुराने संसद की अनेक्सी और लाइब्रेरी में भी अभी काम चलता रहेगा। आम तौर पर जुलाई में संसद का मॉनसून सत्र शुरू होता है। अधिकारियों का मानना है कि तब तक ज्यादातर काम पूरा हो जाएगा।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि नई बिल्डिंग में पहले से ही ऑफिस रूम और विभाग आवंटित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, अभी हम शिफ्ट नहीं कर रहे हैं क्योंकि अभी सारे कार्यालय पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। मौजूदा बिल्डिंग 1937 में बनकर तैयार हुई थी। इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए केवल दो कमरे हैं। वहीं एसपीजी बेसमेंट में एक छोटे से कमरे से काम करती है। एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि पुराने पीएमओ में कई वरिष्ठ अधिकारियों को केवल एक कुर्सी और मेज ही दिया गया है। पीएमओ के लिए ज्यादा जगह की जरूरत थी।
पुरानी बिल्डिंग में केवल 30 कैबिनेट मिनिस्टर और कुछ राज्य मंत्रियों को अलग से ऑफिस मिला था। वहीं नई बिल्डिंग में सभी 77 मंत्रियों के अलग से ऑफिस होंगे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत सभी सांसदों को भी ऑफिस दिए जाने हैं। श्रम शक्ति भवन की जगह इन कार्यालयों का निर्माण किया जाएगा। इसका काम अभी शुरू नहीं हुआ है। एक अधिकारी ने कहा कि जब संसदीय विभाग नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने लगेंगे तो राजनीतिक दलों के सांसदों को प्रायॉरिटी बेसिस पर ऑफिस दिए जाएंगे। पुरानी बिल्डिंग में अभी 19 पार्टियों के ऑफिस हैं। वहीं सभी को नई बिल्डिंग में ऑफिस दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अभी कार्यालयों की शिफ्टिंग की कोई तारीख नहीं निर्धारित है। काम चल ही रहा है इसलिए बहुत सारे अधिकारियों को नई बिल्डिंग में जाने की अभी इजाजत नहीं है। लेकिन उम्मीद है कि जून के आखिरी तक ये कार्यालय तैयार हो जाएंगे। वहां शिफ्ट करने से पहले सबसे बड़ा काम नेटवर्क और आईटी सिस्टम को सेटअप करना है। कुछ कार्यालय जो कि अभी ग्राउंड फ्लोर पर हैं उन्हें बेसमेंट में शिफ्ट किया जा सकता है।