Uncategorized

शराब घोटाले में हाथ लग गया लेनदेन का राजदार? क्यों CBI मान रही बड़ी कामयाबी

नई दिल्ली
दिल्ली के कथित शराब घोटाले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने नोएडा से संचालित एक न्यूज चैनल के बड़े अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने हवाला के जरिए 17 करोड़ रुपए उस कंपनी तक पहुंचाए जो गोवा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के प्रचार का जिम्मा संभाल रही थी। एजेंसी सूत्रों के मुातबिक चैनल हेड की गिरफ्तारी के बाद अब यह राज खुल सकता है कि पैसा कहां से आया और कहां गया। शराब घोटाले में यही सबसे बड़ा सवाल है जिसका जवाब बहुत हद तक नहीं मिला है। आम आदमी पार्टी के कई नेता और खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जांच एजेंसियों से बार-बार पूछते रहे हैं कि घोटाला हुआ तो पैसा कहां गया?

सीबीआई ने 12 मई को अरविंद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया जोकि इंडिया अहेड नाम के न्यूज चैनल के कॉर्मशल हेड और प्रोडक्शन कंट्रोलर हैं। कोर्ट ने अरविंद को 18 मई तक सीबीआई की कस्टडी में भेज दिया है। बताया जा रहा है कि सीबीआई हवाला ऑपरेटर्स के वॉट्सऐप चैट के जरिए अरविंद सिंह तक पहुंची। सूत्रों के मुताबिक, इनसे पता चला था कि जून 2021 से जनवरी 2022 के बीच उन्होंने 17 करोड़ रुपए हवाला के जरिए चैरिऑट मीडिया तक पहुंचाने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसने गोवा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए आउटडोर एडवरटाइजमेंट कैंपेन का जिम्मा संभाला था।

 रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'रिमांड के दौरान आरोपी का कुछ गवाहों से आमना-सामना कराया गया है। उनका मोबाइल फोन जब्त किया जा चुका है और वॉट्सऐप चैट, कॉल्स के रूप में कुछ महत्वपूर्ण डेटा मिला है। डिजिटल और अन्य दस्तावेजी सबूतों से उनका सामना कराया जा रहा है।'सीबीआई ने हाल ही में चैनल के एक और वरिष्ठ कर्मचारी अर्जुन पांडेय के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था, जिनका नाम एफआईआर में आरोपी के तौर पर दर्ज है। शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की पड़ताल कर रही ईडी ने चार्जशीट में कहा है  कि कथित तौर पर आम आदमी पार्टी को रिश्वत के तौर पर मिली रकम का एक हिस्सा गोवा चुनाव के लिए हवाला के जरिए भेजा गया था।

रद्द की जा चुकी शराब नीति के निर्माण और लागू किए जाने में कथित तौर पर गड़बड़ियों की जांच सीबीआई कर रही है। जांच एजेंसी का दावा है कि नीति को इस तरह तैयार किया गया कि शराब कारोबारियों को अधिक फायदा पहुंचाया जा सके। बदले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली गई। हालांकि, आम आदमी पार्टी सभी आरोपों को खारिज करती रही है। सीबीआई और ईडी ने दिल्ली सरकार के पूर्व डिप्टी सीएम और तब आबकारी मंत्री रहे मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार कर लिया है। फरवरी अंत से ही मनीष सिसोदिया जेल में हैं।

 

Pradesh 24 News
       
   

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button