ग्वालियर चंबल में कांग्रेस की राह कठिन रामबाबू कुशवाहा कर सकते हैं बगावत
ग्वालियर। चंबल क्षेत्र में विधानसभा की 34 सीटों पर कांग्रेस की राय कठिन होती नजर आ रही है अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रमुख चेहरा रामबाबू कुशवाहा बगावत कर सकते हैं ओबीसी महासभा का मानना है कि राहुल गांधी ने जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी जिम्मेदारी का नारा तो दिया था लेकिन कांग्रेस की विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट में 144 में मात्र 29 टिकट ओबीसी को दिए गए जबकि 5% स्वर्ण को 52 टिकट दे दिए गए इसको लेकर ओबीसी वर्ग में ग्वालियर चंबल क्षेत्र में भारी आक्रोश देखा जा रहा है और ओबीसी के कांग्रेस कार्यकर्ता इस्तीफा देने का मन बना चुके हैं ग्वालियर चंबल क्षेत्र में ओबीसी के प्रमुख चेहरा रहे रामबाबू कुशवाहा बगावत का झंडा उठा सकते हैं ग्वालियर चंबल क्षेत्र में 34 विधानसभा सीटों पर 29 में ओबीसी वर्ग एक तरफा निर्णायक भूमिका में है और यदि ओबीसी वर्ग ने कांग्रेस से मोड़ लिया तो ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कांग्रेस को भारी हानि होने की आशंका जताई जा रही है रामबाबू कुशवाहा को ग्वालियर 17 विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने का कांग्रेस कार्यकर्ता मन बना चुके थे लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व की अनदेखी के चलते कांग्रेस कार्यकर्ता बगावत पर उतारू हो गए और कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं ।