छत्तीसगढराज्य

जिस दल के विधायक की जगदलपुर सीट में जीत हुई प्रदेश में उसी की बनी सरकार

जगदलपुर

छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के लिए जगदलपुर की विधानसभा सीट को वर्ष 1977 से अहम माना जाने लगा है, दरअसल जिस भी दल का विधायक जगदलपुर की विधानसभा सीट पर काबिज रहा है, प्रदेश में उसी दल की सरकार बनी है। यही कारण है कि जगदलपुर की सीट पर राजनैतिक दलों का सबसे बड़ा फोकस होता है। दूसरा कारण यह भी है कि जगदलपुर सहित बस्तर संभाग की सभी 12 विधानसभा सीटों पर नक्सल प्रभावित इलाकों के कारण पहले चरण में मतदान होते रहे हैं, यहां जो माहौल मतदान में बनता है, इसका बस्तर संभाग के सभी अन्य 11 सीटों पर होता है, वहीं दूसरे चरण में प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी इसका असर होने की बात कही जाती है। इस बार वर्ष 1977 से अनवरत चला आ रहा मिथक टूटेगा या बरकरार रहेगा यह चुनाव परिणाम 3 दिसंबर के बाद ही ज्ञात होगा।

बस्तर के राजनैतिक जानकार अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पानीग्राही का यह कहना है कि जगदलपुर विधानसभा सीट बस्तर संभाग मुख्यालय की सीट होने के कारण बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों का केंद्र बिंदू है। ऐसे में चुनाव के दौरान जो भी माहौल जगदलपुर में बनता है, उसका प्रभाव बस्तर संभाग में परिलक्षित होता है, इसके साथ ही दूसरे चरण के मतदान में बस्तर के 12 सीटों के रूझान का असर प्रदेश में भी होता है। यही कारण है कि जगदलपुर में जिस दल का विधायक चुनकर आता है, प्रदेश में उसी दल की सरकार भी बनती है।
उल्लेखनिय है कि अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान वर्ष 1977 से जगदलपुर सीट पर कब कौन विधायक रहे और प्रदेश में कौन मुख्यमंत्री बना इस संयोग को जानने के लिए इतिहास के पन्ने पलटने पर यह कहना अनुचित नही होगा कि जिस भी दल का विधायक जगदलपुर की विधानसभा सीट पर काबिज रहा है, प्रदेश में उसी दल की सरकार बनी है, इस संयोग-तत्थ के लिए ऐतिहसक आंकड़ो को देखना होगा: अविभाजित मध्यप्रदेश में वर्ष 1977 में जगदलपुर के विधायक बीरेंद्र पांडे जनता पार्टी के बने और मुख्यमंत्री कैलाशचंद्र जोशी जनता पार्टी के बने। वर्ष 1980 में जगदलपुर के विधायक भुरसूराम नाग कांग्रेस के बने और मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह कांग्रेस के बने। वर्ष 1985 जगदलपुर के विधायक झितरूराम बघेल कांग्रेस और पुन: मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह बने। वर्ष 1990 में जगदलपुर के विधायक दिनेश कश्यप भाजपा के बने और मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा भाजपा के बने। वर्ष 1993 में जगदलपुर के विधायक झितरूराम बघेल कांग्रेस बने और मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस के बने। वर्ष में जगदलपुर के विधायक 1998 झितरूराम बघेल कांग्रेस के बने और पुन: मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस के बने। छत्तीसगढ़ गठन के बाद वर्ष 2000 में जगदलपुर के विधायक झितरूराम बघेल कांग्रेस के बने और मुख्यमंत्री अजीत जोगी कांग्रेस के बने। वर्ष 2003 में जगदलपुर के विधायक डॉ. सुभाऊ कश्यप भाजपा के बने और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भाजपा के बने। वर्ष 2008 में जगदलपुर के विधायक संतोष बाफना भाजपा के बने और पुन: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भाजपा के बने। वर्ष 2013 में पुन: जगदलपुर के विधायक संतोष बाफना भाजपा और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भाजपा के बने। वर्ष 2018 में जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन कांग्रेस के बने और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के बने।

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