RSS के स्वयंसेवक के सीने में हत्यारों ने दाग दी छह गोलियां, गो तस्करी को रोकने में बढ़-चढ़कर कर रहे थे काम
धनबाद
धनबाद के पूर्वी टुंडी प्रखंड क्षेत्र के दुम्मा गांव में मंगलवार देर रात वनवासी कल्याण केंद्र के जिला संपर्क प्रमुख और ग्राम रक्षा दल के प्रखंड अध्यक्ष 55 वर्षीय शंकर प्रसाद दे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि शंकर टुंडी क्षेत्र में गो तस्करी को रोकने में अहम भूमिका निभा रहे थे।
हत्यारों ने दाग दीं छह गोलियां
हत्यारों ने उनके सीने में छह गोलियां मारीं। हालांकि, उनकी हत्या किसने की, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि शूटर बुलाकर शंकर की हत्या कराई गई है। घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। लोगों ने बताया कि मंगलवार रात 11 बजे शंकर ग्राम रक्षा दल के चेकपोस्ट शहरपुरा रोज की तरह ड्यूटी करने जा रहे थे।
घात लगाए बैठे बदमाशों ने किया हमला
इसी बीच हाथसारा और दुम्मा गांव के बीच तालाब के पास घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उनके सीने में गोलियां दाग दीं। रातभर उनका शव वहीं पड़ा रहा। सुबह करीब पांच बजे पंचायत के उपमुखिया चिंतामणि दे वहां से गुजरे तो शव पर नजर पड़ी। शव देखने से पता चल रहा कि गोलियां नजदीक से मारी गईं। घटनास्थल से पुलिस ने छह खोखे, दो गोलियों के अग्रभाग, शंकर का फोन, बाइक बरामद की है।
आक्रोशित लोगों ने एक घंटे तक किया सड़क जाम
घटना से आक्रोशित लोगों ने बुधवार अपराह्न शव रखकर एक घंटे तक गोविंदपुर-साहिबगंज मार्ग को जाम कर दिया। मैरानवाटांड़ पंचायत के पू्र्व मुखिया विपिन व भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष महादेव कुंभकार से थाना प्रभारी ने बात कर हत्यारों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दे जाम हटवाया।
बेटे के बयान पर 11 लोगों पर हत्या कराने का मुकदमा
शंकर दे की हत्या के मामले में उनके पुत्र मधुसूदन दे ने जमीन विवाद में हत्या की आंशका जताते हुए पूर्वी टुंडी थाने में दुम्मा गांव में ही रहने वाले चचेरे भाई मिहिर दे, उमेश दे और सुसेन दे समेत 11 लोगों पर षड्यंत्र रचकर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। पुलिस उमेश व सुसेन को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।