रायपुर
विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण के दूसरे दिन भाजपा कार्यकतार्ओं और नेताओं पर फर्जी मुकदमा का मामला शून्यकाल में उठा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भाजपा कार्यकतार्ओं और नेताओं पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि हाथ उठाने वालों पर कार्रवाई तो होगी ही।
कौशिक ने सदन में कहा कि हमारे कार्यकर्ता चक्काजाम करते हैं और आंदोलन करते हैं तो उन पर विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज किया जाता है। इसके बाद सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, जिसके चलते कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी गई। बृजमोहन ने सदन में सरकार से पूछा कि भाजपा के सौरभ सिंह विजय शर्मा, कैलाश चंद्रवंशी पर कौन सा आपराधिक केस है? उन्होंने पूछा कि क्या जनता के लिए आंदोलन करना उनकी आवाज उठाना अपराध है? राजनीति से जुड़े लोगों को जनता की समस्याओं को लेकर आवाज उठाने पर कलेक्टर द्वारा जिला बदर का नोटिस देना उचित है? बृजमोहन ने कहा इस देश में राजनीतिक दल को कुचलने की मंशा कभी सफल नहीं हुई है। इस संबंध में सदन परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि लोकतंत्र में जो दल विपक्ष में बैठा रहता है वह सरकार की कमी कमजोरियों को लेकर आंदोलन धरना प्रदर्शन करता है। परंतु इन बातों को आधार बनाकर राजनीतिक दलों के नेताओं को जिला बदर की नोटिस देना तानाशाही पूर्ण कार्यवाही है। वन मंत्री महोम्मद अकबर ने कहा कि जिन लोगों पर कार्रवाई हुई, उन पर पहले से कई केस है। उन पर की गई कार्रवाई पूरी तरीके से सही है। पुलिस पर हाथ उठाने वालों पर कार्रवाई तो होगी ही। जिस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सत्ता पक्ष ने भी अपना पक्ष रखा। विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।