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भारतीयों की आय सात गुना बढ़ जाएगी, हर आदमी कमाएगा सालाना में 14 लाख से अधिक – रिसर्च

नईदिल्ली

साल 2047 में जब भारत अपनी आजादी की 100 वर्षगांठ मना रहा होगा तो देश की प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) आज के मुकाबले 7.5 गुना तक बढ़ जाएगी. यह दावा एसबीआई रिसर्च (SBI Research) के इकनॉमिस्ट्स ने अपने एक शोध में किया है. इनकम टैक्‍स रिटर्न आंकड़ों के आधार पर एसबीआई रिसर्च ने भविष्‍यवाणी की है कि भारत की सालाना प्रति व्यक्ति आय साल 2047 तक 14.9 लाख रुपये यानी 12,400 डॉलर तक पहुंच जाएगी. फाइनेंशियल ईयर 2023 में यह दो लाख रुपये यानी 2,500 डॉलर थी. एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट ऐसे समय में आई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश के साल 2047 तक विकसित राष्‍ट्र बनने का दावा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2028 तक भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था बनने की बात भी कई मंचों से कह चुके हैं.

एसबीआई रिसर्च का दावा है कि टैक्स देने वालों की भारित औसत आय वित्त वर्ष 2022 में 13 लाख रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 47 में 49.9 लाख रुपये हो जाएगी और भारत लोअर इनकम ग्रुप से हाई-इनकम ग्रुप इकोनॉमी की श्रेणी में आ जाएगा. आयकर देने वाले लोगों की संख्‍या में भी साल 2047 तक भारी इजाफा होगा. साल 2014 में कुल 21 लाख लोगों ने आईटीआर भरा था. साल 2023 में यह संख्‍या बढ़कर साढ़े आठ करोड़ हो गई है. साल 2047 तक इसके बढ़कर 48.2 करोड़ हो जाने की उम्‍मीद है.

मध्‍यम वर्ग की आय में जबरदस्‍त इजाफा
एसबीआई के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर, सौम्‍य कांति घोष के अनुसार, मध्‍यम वर्ग की आय में लगातार अच्‍छी वृद्धि होगी. मध्‍य वर्ग आशाओं से भरा हुआ है. अर्थव्‍यवस्‍था में गिग इकोनॉमी की हिस्‍सेदारी भी बढ़ेगी. 2047 तक भारत की जनसंख्‍या में भी इजाफा होगा. यह वित्‍त वर्ष 2023 के 140 करोड़ से बढ़कर साल 2047 में 160 करोड़ हो जाएगी.

आबादी बढ़ने के साथ ही वर्कफोर्स में भी इजाफा होगा. वित्‍त वर्ष 2023 में भारत की वर्कफोर्स 53 करोड़ थी जो 2047 में 72.7 करोड़ हो जाएगी. वित्त वर्ष 23 में टैक्सेबल वर्कफोर्स की हिस्सेदारी 22.4 फीसदी थी, जो 2047 तक बढ़कर 85.3 फीसदी हो जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2047 तक जीरो टैक्स रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों की संख्या में भी 25 फीसदी की गिरावट आएगी.

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