रायपुर
1 मई श्रमिक दिवस पर साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित प्रदेश स्तरीय श्रमिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले चार वर्षों में श्रमिक हितों के लिये अनेक योजनाएं शुरू कि है जिससे कि उनके जीवनस्तर में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने खनन, कृषि, निर्माण एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले मजदूरों का हमेशा सम्मान किया है।पिछले 4 सालों में हमारी सरकार ने मजदूरों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
अपने उदबोधन की शुरूआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमेव जयते के नारे के साथ की और किसानों तथा श्रमवीरों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार मजदूरों के खाते में सीधे पैसे डाल रही है, चाहे नोनी सशक्तिकरण योजना हो या अन्य योजनाएं लॉकडाउन के समय में भी छत्तीसगढ़ के मजदूरों को काम मिला है छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में कभी मंदी नहीं आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि काम के चलते कामकाजी अपने स्वास्थ्य की ओर ध्यान नहीं दे पाते थे ऐसे में सरकार ने मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा की शुरूआत की जिसके माध्यम से आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है।श्रमिकों की मृत्यु या दुर्घटना हो जाने पर राशि दी जा रही है। महिला श्रमिकों के लिए ई रिक्शा खरीदने के लियेअनुदान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 18 लाख 40 हजार से ज्यादा निर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया जा चुका है और नोनी से सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 26 हजार से ज्यादा बेटियां लाभान्वित हुई है। भूपेश बघेल ने कहा कि 56 करोड़ रुपए से अधिक की राशि डीबीटी के माध्यम से श्रमिकों को आज प्रदान की जा रही है। हमारी सरकार 65 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी कर रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभान्वित करने के लिए राशि बढ़ाकर चार हजार रुपए प्रति मानक बोरा किया गया है। उन्होने कहा कि आज इस दिवस को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया जा रहा है हमारी सरकार ने गरीब के भोजन को भी सम्मान देने का कार्य किया है। छत्तीसगढ़ के परंपरागत गीत, नृत्य संगीत को संरक्षित करने का कार्य भी हमारी सरकार कर रही है, परंपरागत पर्व तीज त्यौहारों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गजब विटामिन भरे हुए हे छत्तीसगढ़ के बासी में डॉ. खूबचंद बघेल की लिखी पंक्तियों के साथ अपनी बात की शुरूआत की।उन्होंने कहा कि आज हमारे श्रमिकों का त्योहार है, आज हमारा प्रदेश जिस बढि?ा स्थिति में है उसकी वजह हमारे श्रमिकों का श्रम है। पिछले 4 साल से हमारी सरकार श्रमिकों और किसानों के लिए काम कर रही है। यह सहायता सीधे खाते में राशि जा रही है। इससे वे अपने पसंद की वस्तु खरीद सकते हैं। मुख्यमंत्री ने हितग्राही बन कर श्रमिक सहायता केंद्र में कॉल किया और सहायता से संबंधित जानकारी ली।मैं मुख्यमंत्री हंव छत्तीसगढ़ के, बताव कार्ड कइसे बनिहि श्रमिक मन के। एक और सवाल यह कि कार्ड बन गया तो क्या-क्या लाभ मिल जाएगा। बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना, नोनी सशक्तिकरण योजना तथा श्रमिक सहायता योजना पर विस्तार से उत्तर दिया गया साथ ही विस्तार से कैसे आवेदन भरा जाएगा यह भी बताया गया।