चित्रकूट की महिमा संतों और ऋषियों के माध्यम से बनी हुई है अक्षुण्ण : प्रधानमंत्री
चित्रकूट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हमारा देश अनेक महान लोगों की भूमि है, जो अपने व्यक्तिगत स्वरूप से ऊपर उठकर व्यापक भलाई के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। प्रधानमंत्री ने चित्रकूट के श्रीसद्गुरु सेवासंघ यात्रा को अपना सौभाग्य बताया और कहा कि चित्रकूट की महिमा यहां के संतों और ऋषियों के माध्यम से ही अक्षुण्ण बनी हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम जानकी के दर्शन, संतों का मार्गदर्शन और संस्कृत महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा वेद मंत्रों का अद्भुत गायन, इस अनुभव और अनुभूति को वाणी से व्यक्त करना कठिन है। उन्होंने मानव सेवा के महान यज्ञ का हिस्सा बनने के लिए सद्गुरु सेवा संघ का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, "चित्रकूट के बारे में कहा गया है -कामद भे गिरि राम प्रसादा।अवलोकत अपहरत विषादा।। अर्थात चित्रकूट के पर्वत, कामदगिरि, भगवान राम के आशीर्वाद से सारे कष्टों और परेशानियों को हरने वाले हैं। चित्रकूट की ये महिमा यहां के संतों और ऋषियों के माध्यम से ही अक्षुण्ण बनी हुई है। पूज्य रणछोड़दास जी ऐसे ही संत थे। उनके निष्काम कर्मयोग ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है।"
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जानकीकुंड चिकित्सालय के जिस नए विंग का आज लोकार्पण हुआ है, उससे लाखों मरीजों को नया जीवन मिलेगा। आने वाले समय में सद्गुरु मेडिसिटी में गरीबों की सेवा के इस अनुष्ठान को नया विस्तार मिलेगा। प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि अरविंद भाई का परिवार उनकी परमार्थिक पूंजी को लगातार समृद्ध कर रहा है।
मोदी ने ट्रस्ट द्वारा ग्रामीण महिलाओं को ग्रामीण उद्योग की ट्रेनिंग देने के लिए सराहना की और कहा कि ये महिला नेतृत्व विकास के देश के प्रयासों को गति देने में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय आज देश और दुनिया में अपनी एक अलग जगह बना चुका है। सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय के कार्यों से मैं इसलिए भी विशेष रूप से परिचित हूं, क्योंकि इसका लाभ मेरी काशी को भी मिला है। काशी में आपके द्वारा चलाए जा रहे 'स्वस्थ दृष्टि, समृद्ध काशी' अभियान से कितने ही बुजुर्गों की सेवा हो रही है।
उन्होंने कहा कि सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय द्वारा अब तक बनारस और उसके आसपास करीब 6.50 लाख लोगों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग हुई है। 90 हजार से ज्यादा मरीजों को स्क्रीनिंग के बाद कैम्प के लिए रेफर भी किया गया। बड़ी संख्या में मरीजों की सर्जरी भी हुई है। कुछ समय पहले मुझे काशी में इस अभियान के लाभार्थियों से मिलने का अवसर मिला था। मैं मेरी काशी के उन सभी लोगों की तरफ से ट्रस्ट और सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय का विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को चित्रकूट के प्रवास के दौरान यहां रघुवर मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने चित्रकूट को अलौकिक बताते हुए कहा कि यहां प्रभु श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण नित्य निवास करते हैं। प्रधानमंत्री यहां स्व. अरविंद भाई मफतलाल के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल हुए। यह आयोजन सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट की ओर से कराया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर में चित्रकूट पहुंचे। उनकी एक झलक पाने के लिए चित्रकूट के नागरिक आतुर रहे। मोदी को देखते ही लोगों ने जय राम का उद्घोष किया। प्रधानमंत्री ने यहां सदगुरु सेवा ट्रस्ट के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने यहां ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट के प्रशासक डॉ. ईलेश जैन ने सद्गुरु ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे समाज सेवा के कार्य, नेत्र चिकित्सालय और जनरल वार्ड के बारे में जानकारी दी। पूरे सदगुरु परिसर के बारे में भी प्रधानमंत्री ने गहनता से जानकारी ली।
इसके बाद प्रधानमंत्री तुलसी पीठ सेवा न्यास तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्व. अरविंद भाई मफतलाल जी के जन्म शताब्दी समारोह में भी शिरकत की। प्रधानमंत्री ने स्व. अरविंद भाई मफतलाल के जन्म शताब्दी समारोह में अपने संबोधन में कहा कि चित्रकूट के श्रीसद्गुरु सेवासंघ आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट वह अलौकिक क्षेत्र है, जिसके बारे में संतों ने कहा कि यहां प्रभु श्रीराम के साथ सीता माता और लक्ष्मण का नित्य निवास है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अरविंद भाई मफतलाल का फोटोयुक्त डाक टिकट जारी किया।