बंधक बनाए गए इस्रइली लोगों की हालत गंभीर
तेल अवीव.
हमास द्वारा बंधक बनाए गए सैकड़ों इस्राइलियों और अन्य देशों के नागरिकों की हालत बेहद दयनीय बताई जा रही है। ऐसे में 'बंधकों और लापता परिवार फोरम' की मेडिकल टीम के प्रमुख हागाई लेविन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि बंधकों को गंभीर बीमारियां हैं, जिसके लिए तत्काल देखभाल की आवश्यकता है।
तत्काल देखभाल की है जरूरत
शनिवार को तेल अवीव में आयोजित सम्मेलन में लेविन ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि हमास ने सैकड़ों इस्राइलियों के साथ-साथ अमेरिकी और कई यूरोपीय नागरिकों को भी बंधक में रखा है। उन्हें बीमारियां हैं, जिन्हें तत्काल देखभाल की आवश्यकता है। लेविन ने तुर्किये, मिस्र, कतर और सऊदी अरब सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। लेविन ने इस बात पर जोर दिया कि जरूरतमंदों को इलाज से इनकार करना 'हराम' है। मुझे उम्मीद है कि मुस्लिम लोग हमास से बंधकों के इलाज के लिए अनुमति देने की मांग करेंगे।
क्या है रेड क्रॉस संगठन
उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस एक तटस्थ संगठन है, जो लोगों की राष्ट्रीयता को बिना देखे पीड़ितों की परवाह करता है। हमने इस्राइल स्थित रेड क्रॉस की टीम से मुलाकात की और कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि रेड क्रॉस अब यह सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करेगा कि बंधकों का इलाज संभव हो सके। इस्राइली मीडिया के अनुसार, एक समझौते के तहत इस्राइल विदेशी नागरिकों को गाजा छोड़ने की अनुमति देने के लिए सहमत हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मिस्र, इस्राइल और अमेरिका ने गाजा में रहने वाले विदेशी नागरिकों को राफा सीमा पार करके मिस्र में प्रवेश करने की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की है। इसके तहत इस्राइल उन क्षेत्रों पर हमला करने से परहेज करने पर सहमत हुआ है, जहां से विदेशी लोग फलस्तीनी क्षेत्र से बाहर निकलते समय गुजरेंगे।