बीजेपी के इन सांसदों को अपनों से ही मिल रही सबसे बड़ी चुनौती, टिकट की दौड़ में कई विधायक और मंत्री
लखनऊ
भाजपा के तमाम मौजूदा सांसदों के लिए अपने ही चुनौती बन रहे हैं। खासतौर से मोदी लहर पर सवार होकर चुनावी वैतरणी पार करने वालों के लिए खतरे की घंटी बज उठी है। इलाकाई सामाजिक समीकरण पहले ही उनके लिए मुफीद नहीं थे। अब उनके लोकसभा क्षेत्र के विधायक ही खिलाफत में खम ठोंक रहे हैं। योगी सरकार के कई मंत्री और विधायक टिकट की दौड़ में पूरी शिद्दत से जुटे हैं। इनमें से कुछ को सफलता मिलना भी लगभग तय माना जा रहा है।
भाजपा के फिलहाल प्रदेश में 64 सांसद हैं। सहयोगी अपना दल (एस) को मिला लें तो संख्या 66 हो जाती है। पार्टी ने मिशन-2024 के लिए यूपी की सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। मगर आगामी लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण पार्टी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। दरअसल, योगी सरकार के कई मंत्री और बड़ी संख्या में विधायक लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे हालात पूरब से पश्चिम तक हैं।
कानपुर से मौजूदा सांसद सत्यदेव पचौरी इस बार 75 प्लस (उम्र) के फेर में फंस सकते हैं। पार्टी के गलियारों में इस सीट से पूर्व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना चुनाव के नाम की चर्चा है। प्रयागराज में रीता बहुगुणा जोशी कुशीनगर सीट से मौजूदा सांसद विजय कुमार दुबे की राह पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह रोक सकते हैं। सांसद रमापति राम त्रिपाठी की देवरिया सीट पर विधायक शलभमणि त्रिपाठी, सांसद हरीश द्विवेदी के सामने बस्ती में पूर्व विधायक सीपी शुक्ला तो अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह के लिए भी कुछ अपने चुनौती पेश कर रहे हैं। बाराबंकी में सांसद उपेंद्र रावत के सामने प्रदेश महामंत्री प्रियंका रावत के नाम की चर्चा है।
केंद्रीय मंत्रियों की राह भी आसान नहीं
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को फतेहपुर सीट पर प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश सचान से चुनौती मिल रही हैं। बागी तेवर दिखा रहे वरुण गांधी की पीलीभीत सीट पर सांसद रेखा वर्मा के अलावा राज्यमंत्री संजय गंगवार की चर्चा है। गौतमबुद्ध नगर सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के सामने विधायक धीरेंद्र सिंह के अलावा राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर चुनौती पेश कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की सीट पर पूर्व विधायक संगीत सोम और बागपत में सत्यपाल सिंह की सीट पर विधायक योंगेश धामा की भी नजर है।
बदल भी सकती हैं कुछ सांसदों की सीटें
सांसद भोला सिंह (खटीक) की बुलंदशहर सीट पर खुर्जा विधायक मीनाक्षी सिंह, सांसद सतीश गौतम की अलीगढ़ सीट पर पूर्व मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह, हाथरस सीट पर विधायक अंजुला माहौर और इटावा सीट पर सांसद रामशंकर कठेरिया के सामने स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री असीम अरुण के नाम चर्चाओं में हैं। फिरोजाबाद सीट पर जहां काबीना मंत्री जयवीर सिंह और विधायक मनीष असीजा की नजर है, वहीं आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल को भी इस सीट पर भेजे जाने की चर्चाएं हैं। फतेहपुर से सांसद राजकुमार के सामने विधायक चौधरी बाबूलाल की दावेदारी बताई जा रही है।