17 जनवरी से फिर शुरू होंगे विवाह के मुहूर्त, खरमास समाप्ति के बाद मार्च तक कुल इतने लग्न
15 जनवरी को पौष शुक्ल चतुर्थी की सुबह 08:42 बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश हो जाएगा. इसी के साथ खरमास भी समाप्त होगा. इसके बाद 17 जनवरी से विवाह, उपनयन संस्कार, मुंडन आदि मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. 12 मार्च तक बनारसी पंचांग के मुताबिक 38 और मिथिला पंचांग के अनुसार विवाह के 25 शुभ मुहूर्त हैं. इसके बाद जुलाई से लग्न शुरू होगा.
पिछले साल से कम लग्न हैं इस साल
मलमास के कारण पिछले साल की तुलना में इस साल वैवाहिक शुभ मुहूर्त की संख्या कम है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी के शुभ योग के लिए गुरु, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है. वहीं, रवि और गुरु का संयोग सिद्धिदायक और शुभ फलदायी होता है.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार शादी के शुभ लग्न और मुहूर्त निर्णय के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और मीन लग्न में से एक का होना जरूरी है. वहीं नक्षत्रों में अश्विनी, रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, चित्रा, स्वाति, श्रवणा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भद्र और उत्तरा आषाढ़ में एक का रहना जरूरी है. साथ ही अति उत्तम मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा या हस्त नक्षत्र में से एक की उपस्थिति जरूरी है.
इस साल चार महीने नहीं हैं लग्न
पंचांगों के अनुसार 29 अप्रैल को शुक्र, सूर्य के नजदीक आ जाएगा. इस कारण वह 61 दिन के लिए अस्त रहेंगे. शुक्र के अस्त हो जाने से विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. फिर 28 जून को शुक्र ग्रह के उदय होने के बाद शहनाई की गंज सुनाई देगी. इसके बाद 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी है. इस दिन भगवान विष्णु शयन के लिए क्षीरसागर चले जाते हैं. चार महीने सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक में श्रीहरि शयन में रहेंगे. इस दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्य पर रोक लग जाएगी. कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान नारायण निंद्रा से जाग जाएंगे. इसके साथ ही सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे.
विवाह कैलेंडर के अनुसार जानिए मुहूर्त 2024
जनवरी विवाह मुहूर्त
16 जनवरी दिन मंगलवार:- शाम 08:01 मिनट से 17 जनवरी की सुबह 07:15 मिनट तक.
17 जनवरी दिन बुधवार:- सुबह 07:15 से रात 09:50 मिनट तक.
20 जनवरी दिन शनिवार:- देर रात 03:09 मिनट से 21 जनवरी की सुबह 07:14 मिनट तक.
21 जनवरी दिन रविवार:- सुबह 07:14 मिनट से 07:23 मिनट तक.
22 जनवरी दिन सोमवार:- सुबह 07:14 मिनट से 23 जनवरी की शाम 04:58 मिनट तक.
27 जनवरी दिन शनिवार:- शाम 07:44 मिनट से28 जनवरी की सुबह 07:12 मिनट तक.
28 जनवरी दिन रविवार:- सुबह 07:12 मिनट से दोपहर 03:53 मिनट तक.
30 जनवरी दिन मंगलवार:- सुबह 10:43 मिनट से 31 जनवरी की सुबह 07:10 मिनट तक.
31से 1 फरवरी की रात 01:08 मिनट तक.
01 फरवरी : गुरुवार, स्वाती नक्षत्र में रात्रि 11:58 के बाद से.
02 फरवरी : शुक्रवार, स्वाती नक्षत्र में रात्रि 11:45 तक.
03 फरवरी : शनिवार, अनुराधा नक्षत्र में रात्रि 11:15 तक.
04 फरवरी : रविवार, अनुराधा नक्षत्र में रात्रि 3:15 तक.
05 फरवरी : सोमवार, मूल नक्षत्र में रात्रि 3:25 के बाद.
06 फरवरी : मंगलवार, मूल नक्षत्र में रात्रि 3:05 तक.
07 फरवरी : बुधवार, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में रात्रि 2:25 के बाद.
12 फरवरी (माघ शुक्ल पक्ष) : सोमवार, उत्तरा भाद्रपदा नक्षत्र में सायं 7:45 से.
13 फरवरी : मंगलवार, उत्तरा भाद्रपदा एवं रेवती नक्षत्र में रात्रि 8:50 बजे से.
14 फरवरी : बुधवार, रेवती नक्षत्र में सायं 4:00 बजे तक (दिवालग्न).
17 फरवरी : शनिवार, रोहिणी नक्षत्र में दिन में 1.10 से.
18 फरवरी : रविवार, रोहिणी एवं मृगशिरा नक्षत्र में अहोरात्र.
19 फरवरी : सोमवार, मृगशिरा नक्षत्र में दिन में 1.10 तक (दिवालग्न).
25 फरवरी (फाल्गुन कृष्ण पक्ष) : रविवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में रात्रि 12.10 के बाद.
26 फरवरी : सोमवार, उत्तरा फाल्गुनी एवं हस्त नक्षत्र में (अहोरात्र).
27 फरवरी : मंगलवार, हस्त नक्षत्र में सायं 5.00 बजे तक.
29 फरवरी : गुरुवार, स्वाती नक्षत्र में पूर्वाह्ण 7.15 के बाद से (अहोरात्र).
02 मार्च : शनिवार, अनुराधा नक्षत्र में दिन में 10.15 से.
04 मार्च : सोमवार, मूल नक्षत्र में अपराह्ण 3.00 बजे से.
06 मार्च : बुधवार, उत्तराषाढ़ा में दिन में 10.16 के बाद.
11 मार्च (फाल्गुन शुक्ल पक्ष) : सोमवार, उत्तरा भाद्रपदा एवं रेवती नक्षत्र में (अहोरात्र).
12 मार्च : मंगलवार, रेवती नक्षत्र में दिन में 2.30 तक.
नोट : 14 मार्च, गुरुवार को दिन में 2:37 बजे से मीन की संक्रांति हो रही है. यानी, खरमास चढ़ रहा है, जो 13 अप्रैल, शनिवार तक रहेगा. इस दौरान शुभ कार्य वर्जित हैं.
18 अप्रैल (चैत्र शुक्ल पक्ष) : गुरुवार, मघा नक्षत्र में पूर्वाह्ण 9:45 के बाद.
20 अप्रैल : शनिवार, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में दिन में 2:35 से.
21 अप्रैल : रविवार, उत्तरा फाल्गुनी एवं हस्त नक्षत्र में (अहोरात्र).
22 अप्रैल : सोमवार, हस्त नक्षत्र में सायं 7:40 तक.
23 अप्रैल : मंगलवार, स्वाती नक्षत्र में रात्रि 10:00 बजे से प्रातः 5:10 तक.
25 अप्रैल (वैशाख कृष्ण पक्ष) : गुरुवार, अनुराधा नक्षत्र में रात्रि 01:20 से (व्यतीपात योग के कारण अनुपयुक्त).
नोट : 26 अप्रैल, शुक्रवार से शुक्र ग्रह का वार्धक्य प्रारंभ हो रहा है और 29 अप्रैल, सोमवार से शुक्रास्त प्रारंभ होगा. पुनश्च, 06 मई से गुरु भी अस्त हो जायेंगे. शुक्रास्त एवं गुर्वस्त में शुभ कार्य वर्जित हैं. इस कारण 5 जुलाई तक विवाह आदि कार्य नहीं होंगे.
09 जुलाई (आषाढ़ शुक्ल पक्ष) : मंगलवार, पूर्वाह्ण 8:00 बजे से सायं 05.55 तक.
11 जुलाई : गुरुवार, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में दिन में 12:30 बजेसे.
12 जुलाई : शुक्रवार, उत्तरा फाल्गुनी एवं हस्त नक्षत्र में (अहोरात्र).
13 जुलाई : शनिवार, हस्त नक्षत्र में सायं 05.40 तक (दिवालग्न).
नोट : इसके बाद नक्षत्राभव तथा कर्क से तुला संक्रांति (चातुर्मास) आदि के कारण अब वृश्चिक संक्रांति व मार्गशीर्ष मास में (नवंबर में) विवाह आदि के मुहूर्त होंगे.
16 नवंबर (मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष) : शनिवार, रोहिणी नक्षत्र में रात्रि 9.20 से.
22 नवंबर : शुक्रवार, मघा नक्षत्र में रात्रि 9:00 बजे से.
23 नवंबर : शनिवार, मघा नक्षत्र में रात्रि 10:30 बजे तक.
24 नवंबर : (रविवार), उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में रात्रि 12:35 के बाद.
25 नवंबर : सोमवार, उत्तरा फाल्गुनी एवं हस्त नक्षत्र में सायं 7.10 बजे से.
26 नवंबर : मंगलवार, हस्त नक्षत्र में सायं 4:25 बजे तक.
02 दिसंबर (मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष) : सोमवार, मूल नक्षत्र में सायं 4:05 बजे से.
03 दिसंबर : मंगलवार, मूल नक्षत्र में सायं 5:50 तक.
04 दिसंबर : बुधवार, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में सायं 5:20 बजे से.
09 दिसंबर : सोमवार, उत्तरा भाद्रपदा नक्षत्र में दिन में 1:10 से (रात्रि 11:56 से व्यतिपात योग हो रहा है, इसलिए इसके पूर्व ही उपयुक्त).
10 दिसंबर : मंगलवार, उत्तरा भाद्रपदा एवं रेवती नक्षत्र में व्यतिपात रात्रि 8:50 के बाद.
15 दिसंबर : रविवार, मृगशिरा नक्षत्र में पूर्वाह्ण 8:10 से रात्रि 3:10 बजे तक.
नोट : 16 दिसंबर, 2024 से खरमास प्रारंभ हो रहा है, अतः आगामी 14 जनवरी, 25 तक शुभ कार्य वर्जित रहेंगे.
प्रमुख गृहारंभ मुहूर्त
25 फरवरी : गुरुवार, मीन लग्न में (दिन में 9:20 से 10:45 तक).
19 फरवरी : सोमवार, मीन में लग्न (प्रातः 7:50 से 9:15 तक) या वृष लग्न में (दिन में 10:50 से 12:50 तक).
21 फरवरी : बुधवार, अपराह्न 3:15 के बाद या गोधूलि लग्न में.
22 फरवरी : गुरुवार, वृष लग्न में (दिन में 10:40 से 12:35 तक).
26 फरवरी : सोमवार, वृष लग्न में दिन में 10:25 से 12.20 तक.
19 अगस्त : सोमवार, वृश्चिक लग्न में (दिन में 12:15 से 2:30 तक).
18 नवंबर : सोमवार, वृश्चिक लग्न में (प्रातः 6:30 से 8:45 तक).
14/15 दिसंबर : शनिवार, वृश्चिक लग्न में (प्रातः 4:35 से 6:40 सूर्योदय के पूर्व).
प्रमुख गृहप्रवेश मुहूर्त
20 जनवरी : शनिवार, धनु लग्न में (प्रातः 4:25 से 6:25 तक).
19 फरवरी : सोमवार, मीन लग्न में (प्रातः 7:50 से 9:15 तक) या वृष लग्न में (दिन में 10:50 बजे से 12:50 तक).
21 फरवरी : बुधवार, अपराह्न 3:15 के बाद या गोधूलि लग्न में.
22 फरवरी : गुरुवार, वृष लग्न में (दिन में 10:40 से 12:35 तक).
06 मार्च : बुधवार, वृष लग्न में (दिन में 10:26 के बाद.
07 मार्च : गुरुवार, वृष लग्न में (दिन में 9:45 से 11:40 बजेतक).
जीर्णादि गृहप्रवेश मुहूर्त
31 जुलाई : बुधवार, मीन लग्न में (रात्रि 9:00 बजे से 10:30 तक).
01 अगस्त : गुरुवार, कन्या लग्न में (दिन में 8:50 से 11:00 बजे तक).
08 अगस्त : शुक्रवार, कन्या लग्न में (दिन में 8:20 से 10:30 तक).
09 अगस्त : शनिवार, कन्या लग्न में (दिन में 8:15 से 10:25 तक).
28 अक्तूबर : सोमवार, कन्या लग्न में (रात्रि 3:20 से प्रातः 5:30 तक).
07 नवंबर : गुरुवार, कुंभ लग्न में (दिन में 1:25 से 2:55 तक).
08 नवंबर : शुक्रवार, कुंभ लग्न में (दिन में 1:20 से 2:50 तक).
27 नवंबर : बुधवार, मीन लग्न में (दिन में 1:35 से 3:00 बजे तक).
06 दिसंबर : शुक्रवार, वृष लग्न में (सायं 4:00 से 5:50 बजे तक) या कन्या लग्न में (रात्रि 12:40 सो 2:55 तक).
07 दिसंबर : शनिवार, मीन लग्न में (दिन में 12:50 से 2:15 तक).