नालछा के प्राचीन जैन मंदिर का होगा जीर्णोद्धार
धार
जैन धर्म के अनेकों ग्रंथ के रचयिता पंडित आशा धर र्जी की नगरी नालछा नल कक्ष के नाम से पूरे विश्व में काल खंड के रूप में जानी जाती थी मांडव कागदी पूरा के आस पास अनेकों जैन मंदिर थे लाखों लोगों की जनसंख्या मैं जेनी यहां निवास करतेर थे नालछा में जैन धर्म के 8 तीर्थंकर भगवान चंदा प्रभु जी की 650 वर्ष प्राचीन चमत्कारी मंदिर में भगवान का मोक्ष कल्याणक पिछले दिनों मना कर निर्वाण लाडू चढ़ाए गए प्रतिदिन यात्रियों का जनसैलाब दर्शन करने आता है हाल ही में आर्यीका माता पूर्णमति माताजी का संघ यहां पर आया था अनेकों आचार्य मुनि यहां पर आ चुके हैं
150 वर्ष पूर्व क्षेत्र का जीर्णोद्धार नालछा व मांडव के मोतीलाल जी और राजमल जी गंगवाल परिवार ने करवाया था समय के अनुसार इस क्षेत्र के जीर्णोद्धार की रूपरेखा के साथ क्षेत्र का सौंदर्य करण करवाया जावेगा उपरोक्त जानकारी पारस पवन जैन गंगवाल ने दी।
चंदा प्रभु भगवान को निर्वाण लाडू समर्पित करते समाजजन.