खनिज माफियों पर प्रशासन ने लगाया 13 करोड़ का जुर्माना, रास्ता रोकने सड़क पर बिछा दी कीले
इंदौर
इंदौर में अवैध खनन करने माफिया के हौसले बुलंद है। वे बेखौफ होकर खनन कर रहे है और सरकारी अमला यदि उन्हें पकड़ने आता है तो वे उसका विरोध भी करते है। इंदौर के बारोली गांव में अवैध खनन करने वालों ने पुलिस वाहन को रोकने के लिए सड़क पर कीले बिछा दी थी, ताकि वाहनों के पहिए पंचर हो जाए और वे भाग सके, लेकिन इस बार वे पकड़े गए और प्रशासन ने छह खनिज माफिया पर 13 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
26 अप्रैल को खनिज विभाग केे अमले ने पुलिस के साथ मिलकर बारोली में छापा मारा था। उनका रास्ता रोकने के लिए माफिया ने सड़क पर कीलें बिछा दी। जिससेे वाहन का टायर फट गया, हालांकि अफसरों ने मौके पर जाकर अवैध खनन कर रहे वाहनों को जब्त कर केस बना लिया था। इसके बाद रिपोर्ट वरिष्ठ अफसरों को सौंपी गई।
जिस जमीन पर अवैध खनन हो रहा है,जिंसी क्षेत्र में रहने वाले संजय पिता बालकृष्ण शुक्ला की है। प्रशासन ने वाहन मालिक वीर सिंह नरवरिया, प्रतीक कौशल, हरिनारायण नरवरिया, प्रदीप चौहान और शुभम ठाकुर पर 13:39 करोड़ का जुर्माना लगाया है। जुर्माना नहीं भरने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है।
ज्यादातर खदानें नेता व उनके समर्थकों की
इंदौर और आसपास के जिलों में डेढ़ सौ से ज्यादा गिट्टी, मुरम की खदानें है। ज्यादातर खदानों पर भाजपा, कांग्रेस के नेता या उनके समर्थकों ने लीज पर ले रखी है और वे तय अनुमति से ज्यादा हिस्से में खनन कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे है। इसके अलावा दुधिया, पेडमी, महू के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध खनन भी हो रहा है, लेकिन खनिज विभाग उस पर रोक लगाने में रुचि नहीं लेता है।