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बिहार-दरभंगा में जीतन सहनी के घर चोरी करने घुसे थे आरोपी, धरपकड़ के दौरान हुई हत्या

दरभंगा.

लोकसभा चुनाव 2024 में महागठबंधन के घटक दल के रूप में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी दरभंगा के बिरौल में घनश्यामपुर थाना क्षेत्र स्थित घर में अमूमन अकेले ही रहते थे। जीतन सहनी के दो बेटे और एक बेटियां हैं। बिहार की पिछली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में मंत्री रहे मुकेश सहनी खुद अपने व्यवसाय के सिलसिले में मुंबई में रहते हैं।

उनके भाई भी बिरौल में कभी-कभी ही आते हैं। शादीशुदा बहन भी मुंबई में ही रहती हैं। ऐसे में जीतन सहनी अकेले रहने के आदी थे और सोमवार की रात भी अकेले ही थे, जब उकनी हत्या कर दी गई। पुलिस की प्राथमिक जांच में अपराधी उनकी हत्या के लिए नहीं आए थे, बल्कि चोरी की घटना को अंजाम देने के दौरान विरोध करने पर दबोच कर उनकी हत्या कर दी।

हत्यारों ने पेट के अंदर के अंगों को बाहर निकाल दिया —
पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या की खबर सुनकर सबलोग हैरान हैं। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि एक पूर्व मंत्री और महागठबंधन के बड़े नेता के पिता की इस तरह हत्या कर दी जाएगी। अपराधियों ने निर्मम तरीके से वारदात को अंजाम दिया है। अपराधी इतने क्रूर थे कि पेट के अंदर के अंगों को बाहर भी निकाल दिया। मंगलवार सुबह उनकी लाश हालत क्षत-विक्षत हालत में उनके बेड पर पड़ी थी। वारदात के बाद देखते ही देखते स्थानीय और राजनीतिक दलों के लोगों की भीड़ लग गई। मुकेश सहनी मुंबई में थे। खबर सुनते ही वह फौरन दरभंगा के लिए रवाना हो गए। इधर, एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला है। जीतन सहनी अपने घर मे सो रहे थे और चोरी की नीयत से घर में घुसे अपराधियों ने विरोध करने पर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी है।

काफी सरल स्वभाव के थे, हमेशा लोगों की मदद करते थे —
लोगों का कहना है कि सोमवार रात को घर में मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी अकेले ही थे। आशंका है कि मध्य रात्रि के आसपास वारदात को अंजाम दिया गया होगा। घर में सारे सामान बिखरे पड़े हैं। इसे देखकर लग रहा है कि चोरी की नियत से अपराधी घर में घुसे होंगे। विरोध करने पर उनकी हत्या कर दी गई होगी। लोगों ने कहा कि पूर्व मंत्री के पिता होने के बावजूद जीतन सहनी काफी सादगी से रहते थे। वह काफी सरल स्वभाव के थे। कभी ऐसा नहीं जताते कि वह इतने बड़े नेता के पिता हैं। हमेशा लोगों की मदद करते थे। गरीब परिवार में जन्म लेने वाले जीतन सहनी ने काफी मेहनत और संघर्ष से बच्चों को पढ़ाया लिखाया।

19 साल की उम्र में मुकेश सहनी घर छोड़कर मुंबई गए —
मुकेश साहनी जब 19 साल के थे, तो इन्होंने अपना घर छोड़ दिया और भागकर मुंबई चले गए थे। जब वह अपने घर से निकले थे तो खाली हाथ थे और उनके पास कुछ भी नहीं था। मुंबई पहुंचकर सहनी ने अपनी मेहनत के बल पर अपना नाम, पैसा और मुकाम हासिल किया। इसके बाद बिहार की राजनीति में सक्रिय हुए और खुद को सन ऑफ मल्लाह के रूप में प्रचारित किया। फिलहाल मुकेश सहनी की पार्टी महागठबंधन के साथ है। इस लोकसभा चुनाव में उनके तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। लेकिन, किसी को सफलता हाथ नहीं लगी। इधर, मुकेश सहनी के पिता की हत्या के बाद उनकी पार्टी के वरीय नेता देव ज्योति कहते हैं कि हमारे नेता ही नहीं, बल्कि समाज को अपूरणीय क्षति पहुंची हैं। सहनी परिवार इस खबर से सदमे है। पुलिस से अपील है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे।

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