टेलीकॉम कंपनियों को ICC वर्ल्ड कप से नहीं हुआ IPL जैसा तगड़ा मुनाफा
नई दिल्ली
हाल ही में खत्म हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप से टेलीकॉम कंपनियों रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया को कोई खास मुनाफा है। कंपनियों को जैसी उम्मीद थी वैसा नहीं हुआ। क्रिकेट वर्ल्ड कप में कंपनियों के हाथ खाली रहे हैं। यह वर्ल्ड कप टेलीकॉम कंपनियों के लिए आईपीएल के जैसा कमाल नहीं कर सका है। आईपीएल के दौरान टेलीकॉम कंपनियों को अच्छा मुनाफा हुआ था। लेकिन वर्ल्ड कप में ऐसा नहीं हो पाया। दरअसल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2023) में टेलीकॉम कंपनियों को मोबाइल डेटा से काफी मुनाफा हुआ था।
इस वजह से खाली रहे हाथ
इकोनॉमिक टाइम्स (ईटी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में खत्म हुए क्रिकेट विश्व कप ने शीर्ष तीन टेलीकॉम कंपनियों के लिए दिसंबर तिमाही में मोबाइल डेटा उपयोग में 4 फीसदी से ज्यादा का इजाफा किया है। यह अपेक्षाकृत मामूली राजस्व वृद्धि में तब्दील होगा। इसकी वजह उपभोक्ताओं द्वारा मोबाइल डेटा का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाना है। इसके अलावा, स्मार्टफ़ोन पर विश्व कप को देखने का काम लोगों ने मोबाइल डेटा की जगह वाईफाई के जरिए किया। मोबाइल डेटा का कम इस्तेमाल होने से मोबाइल कंपनियों को मुनाफा भी कम हुआ है।
जानकारों के मुताबिक, विश्व कप के दौरान शीर्ष तीन टेलीकॉम कंपनियों के लिए Q3FY24 में डेटा उपयोग के स्तर को क्रमिक रूप से 4 फीसदी तक ही बढ़या। इससे कंपनियों को सिर्फ एक फीसदी ही राजस्व वृद्धि हासिल हो सकेगी। आंकड़ों के मुताबिक, शीर्ष तीन टेलीकॉम कंपनियों ने सामूहिक रूप से Q1FY24 और Q2FY24 में भारत के मोबाइल राजस्व में क्रमशः 3% और 2.4% तक की बढ़ोतरी दर्ज की है।
आईपीएल से हुआ फायदा
वर्ल्ड कम की तुलना में आईपीएल 2023 ने वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में दूरसंचार कंपनियों के डेटा यूज को काफी बढ़ाया था। रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस जियो और एयरटेल ने प्रति कंज्यूमर औसत मासिक डेटा यूज में क्रमशः 8% और 4.2% की क्रमिक वृद्धि दर्ज की थी। यह क्रमशः 25 जीबी और 21.1 जीबी है, जिसे 5जी के तेजी से बढ़ने से मदद मिली है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 5G के बिना भी वोडाफोन-आइडिया ने जून तिमाही में डेटा यूज में क्रमिक रूप से 3.82% की वृद्धि के साथ 16.04 जीबी की बढ़ोतरी दर्ज की थी। इसकी वजह लोगों ने आईपीएल को लाइफ देखने के लिए अपने मोबाइल को 4G डिवाइस में अपग्रेड किया था। वहीं क्रिकेट वर्ल्ड कप की बात करें तो इसमें जब भारत के मैच थे सिर्फ उन्हीं में ज्यादा डेटा का यूज हुआ है। इसके अलावा बाकी के मैचों में डेटा यूज में कोई खास इजाफा नहीं हुआ। वहीं आईपीएल के हर मैच में मोबाइल डेटा के इस्तेमाल में उछाल देखा गया था।