झूला झूलना आपकी मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद
19 अगस्त को हरियाली तीज है और इस दिन झूला-झूलने की परंपरा रही है। महिलाएं, सजधज कर, पूजा के बाद झूला झूलती हैं और लोकगीत गाती हैं। लेकिन, अगर आप भी अपने बचपन के दिनों को याद करें तो समझ पाएंगे कि झूला झूलना आपके लिए कितना खास होता है। झूल झूलने के दौरान कैसे आप तमाम चीजों को भूल जाते हैं और आपको किसी बात की चिंता नहीं होती है। इस दौरान आप सबसे ज्यादा खुशी महसूस करते थे। तो, यही तमाम चीजें आपके शरीर की कुछ स्थितियों को बदलने में मदद कर सकती हैं और यही असल में झूला झूलने के फायदे हैं।
स्ट्रेस कम करता है झूला झूलना
झूला झूलने के दौरान आपके मन में जो खुशी और उमंग होती है यही, आपके कार्टिसोल हार्मोन को कम करने का काम करता है। ये मूड बूस्टर की तरह है जो आपके मन को खुश कर देता है। इसके अलावा ये आपके शरीर में हैप्पी हार्मोन्स के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है और सेरोटोनिन को भी बढ़ाता है जिससे नींद बेहतर होती है। इस प्रकार से ये आपकी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
झूला झूलना फोकस को बढ़ाता है
झूला झूलना आपके फोकस को बढ़ाता है और दिमाग को अलर्ट करने में मदद करता है। इससे होता ये है कि आपके दिमाग का कुछ हिस्सा जिसका कम इस्तेमाल होता वो एक्टिवेट हो जाता है। इसके अलावा ये आपके ब्रेन की न्यूरल गतिविधियों को तेज करता है और फिर तमाम नसों के लिए एक्सरसाइज बन जाता है।
एक एक्सरसाइज की तरह है
झूला झूलना, हमारे दिमाग के लिए एक एक्सरसाइज की तरह काम करता है। इस दौरान हम अपने मसल्स, पैर, हाथ और अपने शरीर के निचले भाग का पूरा इस्तेमाल करते हैं जिससे शरीर एक्टिव रहता है। इस दौरान तमाम मांसपेशियों में जमा फैट भी बर्न होता है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। तो, इन तमाम कारणों से इस हरियाली तीज आपको बिना अपनी उम्र देखे झूला झूलना चाहिए।