‘ सिर्फ एक करोड़ का जुर्माना ?, कोहली-गंभीर की झड़प को लेकर बुरी तरह भड़के सुनील गावस्कर
नईदिल्ली
आईपीएल में विराट कोहली और गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के बीच हुई लड़ाई ने हर किसी को हैरान कर दिया है. कोहली (Kohli Fight) और गंभीर के बीच हुई बहसबाजी को लेकर कई पूर्व दिग्गज ने अपनी राय दी है. भज्जी ने कहा है कि, दोनों को ऐसा नहीं करना चाहिए थे. हरभजन ने यहां तक कि श्रीसंत के साथ हुई अपनी लड़ाई का उदाहरण भी लिया और कहा कि, उन्होंने जो किया उसके लिए वो शर्मिंदा हैं. वहीं, अब पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने अपनी राय इस मामले में दी है. गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए अपनी राय दी और कहा कि, 'मैदान पर जो कुछ भी हुआ वह चौंकाने वाला है. ऐसा नहीं होना चाहिए. बीसीसीआई (BCCI) को इस मुद्दे पर कड़ा फैसला लेने की जरूरत है. अपनी बात रखते हुए पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, 'मैं उस घटना का वीडियो देखा, मैदान पर जो हुआ उसे मैं उसे लाइव नहीं देख पाया था. लेकिन जो भी मैंने देखा वह देखने में अच्छा नहीं था'.
वहीं, गावस्कर इस बात को लेकर भी खफा हैं कि बीसीसीआई ने सिर्फ जुर्माना लगाकर दोनों को छोड़ दिया. इसपर गावस्कर ने अपनी राय दी और कहा, '100 प्रतिशत मैच फीस क्या है? 100 प्रतिशत मैच फीस वास्तव में क्या है? यदि यह कोहली है, जो आरसीबी के लिए शायद ₹17 करोड़ ले रहे हैं है, जिसका मतलब ये है कि वो यदि 16 मैच खेलेत हैं तो यह 1 करोड़ की बात है. जो बहुत कम है.
इसके साथ-साथ गावस्कर ने गौतम गंभीर के व्यवहार पर भी निशाना साधा और कहा, 'मुझे नहीं पता कि उस समय गंभीर की क्या स्थिति थी, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसा दोबारा न हो.. आप उम्मीद कर रहे हैं कि यह दोहराया नहीं जाएगा क्योंकि यह इतना कड़ा जुर्माना है, इतनी कड़ी सजा है.. आप मैच में आक्रमकता दिखाना चाहते हैं तो प्रतिस्पर्धात्मक रूप से खेलकर दिखाएं. जिस समय हम खेलते थे, उस दौरान कुछ हंसी-मजाक भी हुआ करती थी, लेकिन अब जैसी आक्रामकता जो हम देखते हैं वैसा उस समय नहीं था.. इसका बहुत कुछ इस तथ्य से भी लेना-देना है कि सब कुछ टीवी पर भी है.. इस तथ्य के कारण कि आप टीवी पर हैं, आप शायद बस थोड़ा सा इसमें ज्यादा उलझ जाते हैं.'
वहीं, पूर्व भारतीय कप्तान ने आगे ये भी कहा है कि, यह सजा बहुत कम हैं. बीसीसीआई को उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए. मेरे हिसाब से दोनों को एक या दो मैचों से हटाना चाहिए था, जिससे खिलाड़ी और टीम पर भी इसका असर पड़ सके.