सूडान शीर्ष जनरल ने कहा कि सेना असैन्य शासन के लिए प्रतिबद्ध है
काहिरा
सूडान में सेना और देश के ताकतवर अद्धसैनिक बलों के बीच करीब एक सप्ताह पहले शुरू हुई हिंसक लड़ाई के बीच, एक शीर्ष सैन्य जनरल ने कहा कि सेना असैन्य शासन के प्रति प्रतिबद्ध है।
‘ईद अल-फितर’ के उपलक्ष्य में सुबह जारी एक वीडियो संदेश में सेना प्रमुख जनरल अब्देल फतह बुरहान ने कहा, ‘‘हम आश्वस्त हैं कि हम अपने प्रशिक्षण, बुद्धिमत्ता और ताकत से इस कठिनाई से पार पा लेंगे और देश की एकता की रक्षा करेंगे जिससे हम नागरिक शासन के सुरक्षित हस्तांतरण की दिशा में आगे बढ़ पाएंगे।’’
अक्टूबर 2021 के तख्तापलट में देश की बागडोर अपने हाथ में लेने के बाद से बुरहान और उनके प्रतिद्वंद्वी रैपिड सपोर्ट फोर्स के जनरल मोहम्मद हमदान डगलो ने बार-बार वादा किया है कि जब तक असैन्य सरकार का चुनाव नहीं हो जाता तब तक वे देश की रक्षा करेंगे।
हालांकि, दोनों ही राजनीतिक समझौतों पर हस्ताक्षर करने में विफल रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी संस्थाएं सत्ता खो देतीं।
सूडान के अन्य इलाकों और राजधानी में लड़ाई तेज होने के बाद से यह पहली बार है जब बुरहान का कोई वीडियो संदेश सामने आया है।
हालांकि, यह ज्ञात नहीं है कि वीडियो कब या कहां बनाया गया।
इससे पहले, सूडान की सेना ने एक प्रतिद्वंद्वी अर्द्धसैनिक बल के साथ बातचीत की संभावना को खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि वह केवल इस समूह के आत्मसमर्पण को ही स्वीकार करेगी।
दोनों पक्षों के बीच मध्य खारतूम और देश के अन्य हिस्सों में संघर्ष जारी है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार इस लड़ाई में अब तक 350 से अधिक लोग मारे गए हैं और 3,000 घायल हुए हैं। एजेंसी के मुताबिक, मृतकों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है क्योंकि कई शव सड़कों पर पड़े हुए हैं।
बुधवार की रात और बृहस्पतिवार की सुबह खार्तूम में गोलाबारी की आवाज़ लगातार सुनी जा सकती थी। निवासियों के अनुसार गोलाबारी और हवाई हमलों में पिछले दिनों की तुलना में कुछ कमी आई है लेकिन अब भी कई विस्फोट होने की खबर है।
इस लड़ाई का असर देश की स्वास्थ्य सेवा पर भी पड़ा है और खार्तूम जैसे प्रमुख नगर के अस्पतालों में चिकित्सा आपूर्ति काफी कम हो गई है। अस्पतालों में अक्सर बिजली और पानी की आपूर्ति बंद हो जाती है।