सक्ती
खनिज व जिला प्रशासन द्वारा डोलोमाइट भंडारण करने के लिये दी गई अनुमति से अधिक भंडारण ग्राम पंचायत बस्ती बाराद्वार में संचालित गुरुश्री मिनरल्स के द्वारा किया जा रहा है।कंपनी को एक समय मे 40 हजार टन डोलोमाइट भंडारण करने की हीअनुमति मिली है। लेकिन यहां दो लाख टन से भी अधिक डोलोमाइट का भंडारण कर दिया गया है। जिसके चलते शासन को राजस्व की हानि हो रही है।
उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत जैजैपुर के ग्राम पंचायत खम्हरिया, अकलसरा,झालरौंदा,छितापड़रिया, में डोलोमाइट प्रचुर मात्रा में है जिसका खनन ठेकेदारों द्वारा शासन से लीज पर लेकर किया जाता है। जिसे क्रेशर मशीन पर बड़े बड़े डोलोमाइट पत्थर को तोड़कर उसे बाहर भेजा जाता है। डोलोमाइट खनन और क्रेशर के माध्यम से उसे तोड?े का कार्य गुरुश्री मिनरल्स ने भी शासन से लिया हुआ है। जिसके तहत कंपनी को खनिज अधिकारी कार्यालय से एक समय मे 40 हजार डोलोमाइट के भंडारण की अनुमति मिली हुई है। लेकिन कंपनी के द्वारा 2 लाख टन डोलोमाइट का भंडारण करके पहाड़ खड़ा कर दिया है। जिसके खिलाफ बाराद्वार के दीपक राय ने खनिज विभाग के मुख्य सचिव के अलावा सक्ती जिला खनिज अधिकारी से शिकायत करते हुए ठोस कार्रवाई की मांग की है।
दस वर्ष के लिए एक समय मे 40 हजार टन भंडारण की मिली है अनुमति
खनिज विभाग द्वारा गुरुश्री मिनरलस को खसरा नंबर 1791/1,2,3 1798/1,2 1797/3,5, 1795/ 1,2,3,4,5,6 1796/1,2 -264, एकड़ भूमि में 24 मई 2022 से 23 मई 2032 तक एक समय मे 40 हजार टन डोलोमाइट भंडारण की अनुमति प्रदान की गई है।लेकिन खनिज विभाग और जिला प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते कंपनी ने दो लाख टन डोलोमाइट का भंडारण कर दिया है।
पहले वन भूमि अब तय से अधिक भंडारण
जिले में लचर प्रशासनिक व्यवस्था का फायदा गुरुश्री मिनरल्स के संचालक द्वारा जमकर उठाया जा रहा है। या फिर कहे तो इनको शासन प्रशासन का किसी तरह की कोई भय नही है। यही वजह है गुरुश्री मिनरल्स के संचालक ने पहले छितापड़रिया के बन भूमि पर लगे हजारों हरे भरे पेड़ सहित झाड़ की कटाई कर उसमें अवैध रूप से सड़क बनाकर डोलोमाइट का परिवहन करना हो या फिर 40 हजार टन की अनुमति मिलने के बाद दो लाख टन डोलोमाइट का भंडारण करना।
इन्होंने कहा
गुरुश्री मिनरल्स के द्वारा क्षमता से अधिक भंडारण की शिकायत मिली है उसकी जांच करवाएंगे अधिक भंडारण पाया जाता है तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
के.के. बंजारे, खनिज अधिकारी सक्ती