उमेश पाल मर्डर में STF का बड़ा एक्शन, दो महिलाएं गिरफ्तार
प्रयागराज
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 5 लाख के इनामी शूटर गुड्डू मुस्लिम को शरण देने वाली 2 महिलाओं को STF ने हिरासत में लिया है. एसटीएफ की टीम ने करैली इलाके से दोनों महिलाओं को हिरासत में लिया है. पुलिस दोनों से हत्याकांड को लेकर पूछताछ कर रही है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्याकांड के बाद गुड्डू मुस्लिम ने करैली में शरण ली थी. इसके साथ ही पुलिस को आशंका है कि गुड्डू ने दोनों महिलाओं के यहां शरण ली थी, घटना के दूसरे दिन गुड्डू 'बमबाज' ने शहर छोड़ा था.
हत्याकांड से जुड़े एक सीसीटीवी फुटेज में गुड्डू मुस्लिम बम फेंकते कैद हुआ था. अतीक से पहले उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया गुडों के साथ रह चुके गुड्डू की खासियत है कि वह गोली नहीं, बम मारकर ही हत्या की वारदातों को अंजाम देता है. वह पुराना हिस्ट्रीशीटर अपराधी रहा है. उत्तर प्रदेश के तमाम माफियाओं से गुड्डू मुस्लिम के संबंध रहे हैं. बताया जा रहा है कि गुड्डू मुस्लिम, उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गोरखपुर की तरफ निकला था लेकिन अब पुलिस को उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा.
क्या है मामला?
प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की पिछले दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
पुलिस और STF की कितनी टीमें लगीं तलाश में?
शूटरों को पकड़ने के लिए प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ की कुल 22 टीमें लगातार छापेमारी कर रही है. तीन टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है. 4 अन्य टीमें पूछताछ और जांच के दौरान मिल रही अहम जानकारियों की कड़ी को जोड़ने में लगी हैं. अब हर शूटर के लिए 3 डेडीकेटेड टीमें काम कर रही हैं. एसटीएफ ने भी अपनी सभी टीमों को सक्रिय किया है.
कौन थे राजू पाल?
राजू पाल बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक थे और साल 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद गुजरात की जेल में बंद है.