यूपी बसपा कार्यालय से मायावती, कांशीराम और आंबेडकर की मूर्तियां गायब, गईं कहां साफ नहीं
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राजधानी लखनऊ में बसपा कार्यालय में लगी मायावती, कांशीराम और आंबेडकर की मूर्तियां अपनी जगह से गायब हैं। हटाई गईं तीनों मूर्तियां कहां गईं हैं इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन चर्चा है कि मूर्तियों को मायावती के आवास में शिफ्ट किया गया है। इस पीछे तर्क दिया जा रहा है कि महापुरुषों की जयंती या पुण्यतिथि पर पुष्प अर्पित करने के लिए मायावती को बीएसपी कार्यालय आना पड़ता था। वहीं दूसरी ओर सियासी लोग इसे लोकसभा चुनाव समीकरण से जोड़ कर देख रहे हैं। हालांकि अभी पर्दा उठना बाकी है कि मूर्तियां क्यों हटीं?
दरअसल, बसपा प्रमुख मायावती बसपा कार्यालय में कांशीराम और आंबेडकर के साथ अपनी मूर्ति लगाकर दलित समाज को बड़ा मैसेज देने की कोशिश की थी। बसपा दलितों की हितैषी और कांशीराम और आंबेडकर का असली वारिस साबित करना चाह रही थी। यह कोशिश बसपा के लिए कारगर भी रही है पर पिछले चुनावों से कमजोर पड़ी है बसपा अब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तरह-तरह के हाथकंडे अपना रही है।
लोकसभा चुनाव को लेकर मायावती आज लखनऊ बसपा मुख्यालय पर बैठक कर रही हैं। ऐसे में बैठक के ठीक पहले कांशीराम और आंबेडकर की मूर्तियां का हटना कई तरह सवाल खड़ करते हैं। सियासी लोग से इसे लोकसभा चुनाव से जोड़ कर देख रहे हैं। चर्चा है कि मूर्तियों को किसी एजेंडे के तहत हटाया गया। वहीं अभी तक इस बारे आधिाकरिक जानकारी सामने नहीं आ सकी है।